मुंबई
राजनीति का एक गोल्डन रूल होता है कि इसमें कोई कभी रिटायर नहीं होता है। यह बात लागू होती है 75 वर्षीय शरद पवार पर, जो खराब स्वास्थ्य के जूझने के बावजूद पूरी शिद्दत से राजनीति कर रहे हैं।मुंबई में विपक्षी दलों द्वारा संविधान बचाओ रैली की तैयारी में जुटे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए गठबंधन की तैयारी कर रहे हैं। 2019 लोकसभा के बारे में उन्होंने कहा कि एनसीपी केवल कांग्रेस के साथ ही चुनाव लड़ेगी, जबकि शिवसेना को अकेले ही लड़ना होगा।
संविधान बचाओ रैली के बारे में शरद ने कहा, ‘सरकार के एक मंत्री ने एक बार पब्लिक प्लेटफॉर्म से कहा कि उनकी पार्टी संविधान को बदलने के लिए आई है। हालांकि उन्होंने अपना बयान वापस ले लिया, लेकिन इससे बीजेपी की नीयत सामने आ गई। देश को इससे बचाने के लिए ही इस रैली की जरुरत पड़ी है।’
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव तथा महाराष्ट्र की राजनीति के बारे में शरद ने कहा, ‘मैं साथ में आने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से 2 बार बात कर चुका हूं। हाल ही में हमने विदर्भ में एक जॉइंट कार्यक्रम भी किया था। अगर हम साथ में आएं तो मजबूत विकल्प दे सकते हैं।’
वहीं शिवसेना द्वारा अकेले ही चुनाव लड़ने के बारे में उन्होंने कहा, ‘अगर शिवसेना अंत तक अपने निर्णय पर अडिग रहती है तो यह उनके लिए मददगार ही साबित होगा। उनके पास डेडिकेटेड कैडर है और गठबंधन में होने के बावजूद उन्हें बीजेपी की तरफ से अच्छा व्यवहार नहीं मिला। अकेले लड़ने के फैसले से उन्हें ताकत मिलेगी।’