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जून तक हल नहीं हो पाएगी विमानों पर बैन की समस्या

मुंबई
इंडिगो और गो-एयर के 15 विमानों की उड़ान पर बैन लगाए जाने से पैदा हुआ संकट जून तक हल होने की संभावना नहीं है। जिस पीडब्ल्यू-1100 इंजन की वजह से इन ए-320 नियो विमानों को ‘ग्राउंड’ किया गया है, उनकी मरम्मत जून से पहले नहीं हो पाएगी। ‘एनबीटी’ को इंजन बनाने वाली कंपनी ‘प्रैट ऐंड विटनी’ ने यह जानकारी दी है। नतीजतन आने वाले दिनों में हवाई यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इसका असर आनेवाली गर्मी की छुट्टियों में अधिक देखने को मिलेगा। यह आशंका बनी हुई है कि विमानों की कमी का फायदा उठाकर एयरलाइंस अपना किराया बढ़ा सकती हैं।

डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल ऐविएशन (डीजीसीए) द्वारा नियो- 320 विमानों पर उड़ान भरने से रोक लगा दी गई है। इसीलिए भारत में सेवा देने वाली सबसे बड़ी विमानन कंपनी ‘इंडिगो’ के कुल 11 विमान उड़ान नहीं भर सकेंगे। डीजीसीए ने हाल में इंडिगो ए-320 नियो श्रेणी के 8 विमानों को ग्राउंड करने का फैसला सुनाया है। सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए डीजीसीए के निदेशक ने 12 मार्च को कंपनी के उन ए-320 नियो विमानों को तत्काल उड़ान भरने से रोक दिया, जिनमें पीडब्ल्यू 1100 इंजन लगे हुए हैं। इससे पहले ही फरवरी में इंडिगो के 3 अन्य ए-320 नियो विमानों को उड़ान भरने से रोक दिया गया था।

31 मार्च तक 750 हवाई सेवाएं रद्द
डीजीसीए के इस निर्णय से इंडिगो की सैकड़ों हवाई सेवाएं रद्द कर दी गई हैं। इंडिगो प्रवक्ता के अनुसार, 31 मार्च तक इंडिगो की कुल 750 सेवाएं रद्द रहेंगी। हालांकि ग्राहकों की सुविधा के लिए इंडिगो ने उनको दूसरे विमानों में सेवा देने की बात कही है। यदि ग्राहक सेवा नहीं लेने चाहते हैं तो वे टिकट रद्द कर पूरा पैसा वापस पा सकते हैं। हालांकि इस सब में इंडिगो को कितना नुकसान हुआ है, इस पर प्रवक्ता ने बोलने से साफ इनकार कर दिया।

जून तक दूर होगी इंजन की समस्या
पीडब्ल्यू-1100 इंजन बनाने वाली कंपनी ‘प्रैट ऐंड विटनी’ ने एनबीटी को बताया कि उन्हें इंजन की समस्या के बारे में फरवरी में पता चला था। कंपनी ने तब से ही सभी पीडब्ल्यू-1100 इंजनों को शिपिंग के जरिए वापस मंगाना शुरू कर दिया था। प्रवक्ता ने बताया कि कुल 43 इंजन थे जिनमें हाई प्रेशर के समय सील की समस्या उत्पन्न हो रही थी। लेकिन 12 मार्च को डीजीसीए द्वारा इन इंजन वाले विमानों पर बैन लगाने से एक संकट आन पड़ा है। कंपनी की पूरी कोशिश है कि जल्द से जल्द इंजनों को दुरुस्त करे लेकिन यह काम जून से पहले तक पूरा नहीं हो पाएगा।

गर्मी में हवाई सेवाओं का बढ़ सकता है किराया
वहीं, हवाई यातायात विशेषज्ञों का कहना है कि यदि जल्द ही इस समस्या से निजात नहीं पाई गई, तो गर्मी की छुट्टियों में हवाई यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा क्योंकि इंडिगो भारत में सबसे अधिक अंतरदेशीय सेवाएं प्रदान करती है। ऐसे में इतनी भारी संख्या में हवाई सेवाएं रद्द होती रहीं तो मांग के साथ-साथ किराये में भी बढ़ोतरी होगी।

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