लखनऊ
उन्नाव में एक नाबालिग लड़की के गैंगरेप के आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर का नारको टेस्ट हो सकता है। पूछताछ के दौरान आरोपी के बयानों में काफी विरोधाभास होने की वजह से सीबीआई उनका नारको टेस्ट करवा सकती है। सीनियर अधिकारियों ने बताया, ‘पूछताछ के दौरान विधायक सेंगर से एक घंटे के अंतराल पर समान सवालों को पूछा गया। उनके जवाब में असमानता मिली। अब आरोपी को घटनास्थल पर ले जाने के बाद उनका नारको और पॉलीग्राफ टेस्ट करवाएंगे।’ सीबीआई की टीम आरोपी को संभवत: उन्नाव में घटना की जगह ले जाने के बाद पीड़िता से भी आमना-सामना करवाएगी। इसके बाद सीबीआई की तरफ से नारको टेस्ट के लिए कोर्ट की इजाजत ली जाएगी। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक रिमांड के दौरान विधायक के परिवार के लोग भी उनसे मुलाकात कर सकते हैं, लेकिन पिछले दो दिनों में परिवार का कोई भी व्यक्ति उनसे मिलने नहीं आया। रविवार सुबह एक वकील जरूर विधायक से मिलने आया, जिसकी लिखापढ़ी और तस्दीक के बाद विधायक से मुलाकात करवाई गई।
बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के बाद अदालत ने रविवार को आरोपी शशि सिंह को भी चार दिन की सीबीआई रिमांड पर भेज दिया। बता दें कि शशि पर आरोप है कि पीड़ित लड़की को नौकरी दिलाने के नाम पर वही विधायक के पास ले गई थी, जहां विधायक ने उसके साथ कथित तौर पर रेप किया। सीबीआई ने शनिवार की रात शशि सिंह को गिरफ्तार किया था। वहीं गैंगरेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता के चाचा ने कहा है कि MLA के गुंडे गांव में लोगों को धमका रहे हैं। पीड़िता के चाचा के मुताबिक विधायक के भाई अतुल सिंह जेल से ही अपने लोगों को गांववालों को धमकाने का निर्देश दे रहे हैं। गांववालों को मुंह खोलने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी जा रही है। उन्होंने दावा किया है कि गांव के दो लोग लापता भी हैं।