मुंबई
महज 18 दिनों के अंदर कुरार पुलिस ने सनसनीखेज शिवसेना नेता सचिन सावंत हत्याकांड मामले का खुलासा कर दिया। इस मामले में कुरार पुलिस ने 7 लोगों को गिरफ्तार किया। सावंत हत्याकांड में गिरफ्तार आरोपी लोकेश ने पुलिस को बताया कि वह हत्या के बाद मिलने वाले 10 लाख रुपये से मुंबई में अपनी गर्लफ्रेंड के साथ घर बसाना चाहता था।पुलिस ने शिवसेना नेता की हत्या में लोकेश सिंह (25), अभय पाटील (26), सत्येंद्र उर्फ सोनू पाल (24), नीलेश शर्मा (27), बृजेश पटेल (36), अमित सिंह (25) और बृजेश श्रीप्रकाश सिंह (28) को अरेस्ट किया है। पुलिस ने हत्या की वजह गोकुल नगर में बन रहे SRA प्रॉजेक्ट है, जिसको लेकर सावंत का एक अन्य बिल्डर से विवाद बताया। इसी से नाराज होकर एक स्थानीय बिल्डर के इशारे पर कारोबारी निलेश शर्मा और बृजेश पटेल द्वारा लोकेश और अभय पाटील नामक दो शूटरों को सावंत की हत्या की सुपारी दी गई थी। मुखबिर और तकनीकी पद्धति की जानकारी के आधार पर शूटर लोकेश और अभय को कुरार पुलिस ने यूपी पुलिस की मदद से यूपी के चंदौली जिले से गिरफ्तार कर मुंबई लाया गया। मंगलवार को बोरीवली कोर्ट ने सभी आरोपियों को 14 मई तक पुलिस रिमांड में भेज दिया है।
गर्लफ्रेंड के संग बसाना था घर
पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपी शूटर लोकेश ने बताया कि सुपारी की रकम 10 लाख से वो यूपी में रहने वाली अपनी गर्लफ्रेंड को मुंबई लाकर उसके साथ यहां पर घर बसाना चाहता था। नीलेश और बृजेश ने उसको नालासोपारा या विरार में फ्लैट भी देने की बातें कही थीं। उन लोगों ने 3 लाख रुपये भी दे दिए थे, जिसे उन्होंने आपस में बांट लिया। साजिशकर्ता आरोपी ब्रिजेश श्रीप्रकाश सिंह सुपारी के लिए 10 लाख रकम जुटाए, जबकि नालासोपारा निवासी और पार्किंग चलाने वाले आरोपी सत्येंद्र उर्फ सोनू पाल ने हथियार मुहैया कराए।
सावंत को मारने के लिए बनी थी दो बार योजना
पुलिस के अनुसार, सावंत को मारने की दो बार योजना बनाई, लेकिन शूटर लोकेश और अभय के बीच आपसी सामंजस्य को लेकर कोई न कोई कमी रह जाती थी। तीसरी बार 22 अप्रैल की रात 8 बजे को दोनों शूटर उस वक्त कामयाब रहे, जब कांदीवली (ईस्ट) के गोकुल नगर स्थित कार्यालय से घर जाते समय बाइक सवार सचिन सावंत पर साई बाबा मंदिर के पास उनकी बाइक को रोककर अभय ने उस पर गोली चलाई, जिसमें सावंत मौत हो गई, जबकि बाइक पर बैठे उनके करीबी विश्वकर्मा जख्मी हो गए। उस दौरान मौका पाकर दोनों आरोपी वहां से पैदल चलकर एक गली से होते हुए आगे ऑटोरिक्शा में बैठकर यूपी के लिए निकल गए।