मुंबई
कर्नाटक की जीत के बाद अब महाराष्ट्र में बीजेपी शिवसेना को कड़ा संदेश देने की तैयारी में है। महाराष्ट्र बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने इस बात के संकेत दिए हैं। बीजेपी पदाधिकारी ने कहा, ‘2014 में चुनाव के दौरान जब दोनों पार्टियों ने हाथ मिलाया था, तब से लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना को साथ लेकर चलने की हमेशा कोशिश की। हालांकि अब हम कर्नाटक चुनाव जीत गए हैं तो केन्द्रीय नेतृत्व फडणवीस से शिवसेना के पर कतरने को कह सकता है।’ उन्होंने कहा कि कर्नाटक की जीत से यह साफ हो गया है कि बीजेपी भारत भर में अपनी जड़ें जमा चुकी है।
दरअसल बीजेपी और शिवसेना के बीच की खाईं और ज्यादा बड़ी इसलिए हो गई क्योंकि पालघर लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में शिवसेना ने अपना प्रत्याशी उतारने का फैसला किया। इस सीट पर बीजेपी का दो दशकों से कब्जा था। बीजेपी सांसद चिंतामन वनगा के निधन के बाद खाली हुई इस सीट पर सेना ने चिंतामन के बेटे श्रीनिवास वनगा को टिकट दिया है। चिंतामन के निधन के बाद उनके पूरे परिवार ने शिवसेना जॉइन कर ली थी।
वहीं दूसरी ओर बीजेपी ने कांग्रेस नेता और आदिवासी राजेंद्र गावित को अपने पाले में लेते हुए पालघर सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। बीजेपी पदाधिकारी के मुताबिक, ‘शिवसेना के काम करने के तरीके से सीएम फडणवीस काफी नाराज हैं। अब प्रदेश बीजेपी की टीम में कोई एक व्यक्ति भी ऐसा नहीं है जो शिवसेना के पक्ष में हो।’ उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को नाराज करके शिवसेना खुद अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार रही है।
आपको बता दें कि महाराष्ट्र सरकार का नानर रिफाइनरी प्रॉजेक्ट हो या मुंबई में सस्ते घरों के रास्ते खोलने का फैसला, शिवसेना लगातार फडणवीस सरकार का विरोध कर रही है। हालांकि बीजेपी के एक सांसद ने यहां तक कह दिया कि बीजेपी अकेले जीतने में सक्षम है और कर्नाटक के नतीजों से यह बात साफ हो गई है।