मुंबई
मुंबई में हर साल लापता होने वाले कुल लोगों में से करीब आधे लोगों की उम्र 16 से 25 वर्ष के बीच है। मुंबई पुलिस ने आरटीआई के जवाब में यह जानकारी दी। शहर के आरटीआई कार्यकर्ता चेतन कोठारी के आरटीआई आवेदन के जवाब में मुंबई अपराध शाखा के सहायक पुलिस आयुक्त भारत गायकवाड़ ने बताया कि महानगर से हर साल लापता होने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ रही है। पुलिस ने बताया कि मुंबई से 2014, 2015 और 2016 में कुल 32,598 लोगों के लापता होने की शिकायत मिली। 2014 में यहां से 10,916 लोग लापता हुए, वहीं 2015 में यह संख्या 10,313 थी। 2016 में 11,369 लोग लापता हुए।
आंकड़ों से पता चलता है कि लापता होने वाले में करीब 50 फीसदी लोग 16 से 25 वर्ष के आयु वर्ग के हैं, जबकि इसके बाद लापता लोगों में 26 से 40 साल आयु वर्ग के लोग की संख्या ज्यादा है। लापता लोगों का पता लगाने में मदद देने वाले एक सामाजिक कार्यकर्ता विजय वैद्य ने बताया कि 16 से 25 वर्ष ‘संवेदनशील’ आयु वर्ग है। इस उम्र के लोगों में जीवन को लेकर काफी अरमान रहते हैं और वह भावनात्मक रूप से निर्णय लेते हैं।