कल्याण
एक पति ने जब 15 करोड़ रुपये के प्लॉट को बेचने से इनकार कर दिया तो पत्नी ने उसे रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया। यहां तक कि उसने 30 लाख रुपये में पति की सुपारी तक दे डाली। पुलिस ने शुक्रवार को सुपारी किलर और महिला दोनों को गिरफ्तार कर लिया। महिला ने अपने पति को नशे की दवा देकर सुपारी किलर के हवाले कर दिया, जिसने गला दबाकर हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि आयशा गायकवाड ने हिमांशु दुबे नाम के शूटर को इस काम के लिए 4 लाख रुपये अडवांस भी दे दिए। पुलिस घटना में लिप्त तीन अन्य आरोपियों को तलाशने में जुटी है। तीनों की पहचान जगन म्हात्रे, राज सिंह और प्रीतम के रूप में हुई है। पुलिस का कहना है कि महिला और उसके दोस्तों के बीच पति के संपत्ति को लेकर विरोध के बारे में पता चला। उसी से यह भी पता चला कि महिला अपने पति को मारने की साजिश बना रही थी।
ऐसे हुआ पुलिस को पत्नी पर शक
मृत शंकर गायकवाड के परिवार ने बताया कि आयशा अपने पति के 25,000 स्क्वेयर फुट के प्लॉट को बेचना चाहती थी और उसके लिए एक डिवेलपर से 4 लाख रुपये भी ले चुकी थी। पुलिस हत्या में डिवेलपर की भूमिका की जांच भी कर रही है। शंकर खुद भी प्रॉपर्टी डीलर था।
सूत्रों के मुताबिक 21 मई को आयशा ने कोलसेवाडी पुलिस के पास शंकर के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई। उसने कहा कि 18 मई को शंकर सतारा में किसी आध्यात्मिक जगह जाने के लिए घर से निकला था। शंकर के परिवार को आयशा पर शक था क्योंकि पति के लापता होने पर परेशान नहीं लग रही थी। उनके मुताबिक पुलिस की जांच से वह खुश भी नहीं थी। इस पर उन्होंने सीनियर पुलिस अधिकारियों को पत्र लिखकर मामले की जांच करने का आग्रह किया