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बेटी ने देखा डॉक्टर बनने का सपना, ठगों ने किया बर्बाद

नई दिल्ली
एक घर की बिटिया ने डॉक्टर बनने का सपना देखा, लेकिन उसके सपने को सच करने की कोशिश में उसके परिवार को भारी कीमत चुकानी पड़ी। दरअसल, ठगों के एक गैंग ने युवती को 20 लाख में मेडिकल सीट दिलाने का सब्जबाग दिखाया था। इस चक्कर में युवती के परिजनों ने अपनी सारी जमा-पूंजी और लोन वगैरह से जुटाए 11.50 लाख रुपये ठगों को सौंप दिए। बाकी रकम किश्तों में देने का झांसा दिया था।अब रकम लेने वालों का कोई अता-पता नहीं है। उनके मोबाइल नंबर स्विच ऑफ हो चुके हैं। युवती का कहना है कि ठगों ने उनका पूरा करियर बर्बाद कर दिया। उनके पिता और पूरा परिवार डिप्रेशन में हैं। वह नहीं चाहतीं कि जैसा उनके साथ हुआ, किसी दूसरे के साथ हो। परिवार पूर्वी दिल्ली के कृष्णा नगर में रहता है। युवती ने डिस्ट्रिक्ट डीसीपी के सामने गुहार लगाई। डीसीपी नूपुर प्रसाद के निर्देश पर कृष्णा नगर पुलिस ने चीटिंग का केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।

युवती का दावा है कि उनके पास आरोपियों की विडियो रिकॉर्डिंग भी है, जिसमें वह 11.50 लाख रुपये लेते नजर आ रहे हैं। मुख्य आरोपी का नाम आदित्य सिंह है। आदित्य ने खुद उनके पिता से संपर्क करके एमबीबीएस की रिजर्व सीट दिलवाने का वायदा दिया था। पिता ने शुरू में इग्नोर किया, लेकिन आदित्य के बार-बार भरोसा दिलाने पर वह झांसे में आ गए। आदित्य ने उन्हें बताया था कि वह कानपुर के एक मेडिकल कॉलेज में ऐडमिशन करवा देंगे। जहां नॉर्थ-ईस्ट के बच्चों के लिए तीन सरकारी सीटें रिजर्व बताईं, कहा कि वहां नॉर्थ-ईस्ट वाले दाखिले के लिए नहीं पहुंचते, इसलिए बाद में उन सीटों पर जनरल कोटे में दाखिला दिया जाता है। उसी एक सीट पर उनकी जान-पहचान से दाखिला मिल जाएगा, लेकिन उसके लिए 20 लाख रुपये देने होंगे। युवती के पिता ने इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थता जताई, तो उन्हें आधी रकम कैश में और बाकी किश्तों में चुकाने का झांसा दिया।

सरकारी अधिकारी से दिलवाया फॉर्म!
पुलिस को शक है कि इस तरह की ठगी में एक बड़ा गैंग शामिल है, जिसके तार लखनऊ से भी जुड़े हैं। आरोपियों ने युवती को ऐडमिशन प्रक्रिया पूरी करने के लिए लखनऊ बुलाया था। वहां बापू भवन में एक वरिष्ठ अधिकारी से मिलवाया। उनसे ही युवती को फॉर्म और दाखिले का आश्वासन दिलवाया। इस वजह से युवती और उनके पिता का यकीन पक्का हो गया। फॉर्म जमा करवाने से पहले अडवांस के नाम पर 11.50 लाख रुपये झटक लिए। यह रकम नेहरू प्लेस में युवती के अंकल की दुकान पर आरोपियों को सौंपी गई, बदले में आरोपियों ने सीट कंफर्मेशन की फोटो कॉपी थमा दी। बोले, ऑरिजनल डॉक्यूमेंट्स एक सप्ताह में उनके घर पहुंच जाएंगे। उससे पहले एक टीम उनके घर में विजिट भी करेगी। उसके बाद न डॉक्यूमेंट्स आए, न कोई टीम। आरोपियों ने भी संपर्क तोड़ लिए।

युवती का कहना है कि उनके पापा कभी ऐसे फ्रॉड में नहीं पड़ते, लेकिन उनके डॉक्टर बनने के सपने को पूरा करने के लिए आरोपियों के झांसे में आ गए। फ्रॉड का पता चलने से पिता और पूरा परिवार सदमे में है। पापा के बिजनस और सेहत पर बहुत बुरा असर पड़ा है। ठगों ने हमारा भविष्य बर्बाद कर दिया। वह नहीं चाहतीं, फिर किसी मासूम का भविष्य तबाह हो। पुलिस से आरोपियों का जल्द पता लगाने की गुहार की। पुलिस का कहना है कि इस फ्रॉड में आदित्य के अलावा तीन अन्य लोग भी विक्टिम फैमिली के संपर्क में रहे हैं। सभी के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कर ली है।

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