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हर चीज के लिए सरकार पर निर्भर न रहें प्रधान जी बदलें गांव की तस्वीर : योगी

वाराणसी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि पीएम के संसदीय क्षेत्र के हरेक गांव का चहुमुखी विकास हो। गांव-गांव में नाली, खड़ंजा, हैंडपंप, एलईडी स्ट्रीट लाइट, सीसी कैमरे, शिक्षाप्रद पेंटिंग, पौधरोपण और डस्टबिन लगे हों जिससे कि गांव का मूल स्वरूप चमकता मिले। यह सपना तभी धरातल पर उतरेगा जब गांव के प्रधान खुद को बदलेंगे। उन्हें यह समझना होगा कि उनकी जिम्मेदारी विधायकों से भी ज्यादा है। उन्हें समझना होगा कि हर काम के लिए सरकार पर निर्भर न हों, उनकी और लोगों की भी जिम्मेदारियां हैं। मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि प्रधान जी ग्रामीणों संग मिलकर काम करें, अवश्य गांवों की तकदीर-तस्वीर बदली नजर आएगी।
सरकारों के काम का 45 मिनट बखान

बड़ालालपुर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल में आयोजित ग्राम स्वराज अभियान एवं स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) योजना के अंतर्गत मुख्यमंत्री – ग्राम प्रधान संवाद कार्यक्रम में 760 ग्राम प्रधानों व पंचायत सदस्यों के समक्ष अपने 45 मिनट के संबोधन में मुख्यमंत्री ने केंद्र-प्रदेश सरकार के कामों का बखान किया। कहा पीएम की सपना है कि ग्रामीण क्षेत्रों के लोग सरकार तक नहीं पहुंच पाते इसलिए सरकार उनके तक पहुंचे। इसके लिए ग्राम स्वराज अभियान मुहिम गांव-गांव चलाई गई। पहले चरण में 4487 गांव में सरकार के प्रतिनिधि पहुंचे। गांव विकास का हाल जाना और केंद्र की योजना का लाभ पहुंचाने का हर संभव प्रयास भी हुआ। दूसरे चरण में 13,500 गांवों में अभियान चलाकर जन-जन तक सरकार की योजनाओं को पहुंचाया जाएगा।
पूर्ववर्ती सरकारों में उतना काम नहीं हुआ

सीएम ने कहा कि पिछले चार साल में जितने काम हुए उतना आज तक पूर्ववर्ती सरकारों में नहीं हुआ। कहा, पुरुषोत्तम मास में पंचक्रोशी यात्रा कर बनारस में विकास को जाना। अच्छा लगा कि गांव भी अब बदल रहा है। अच्छी सड़कें, भरपूर बिजली, पानी सहित हर मूलभूत सुविधाएं भाजपा सरकार में जनता को मयस्सर हुई हैं। कहा, पीएम का सपना है कि हर गरीब का सिर 2022 तक ढका जाएगा। इस दिशा में सरकार तेजी से काम भी कर रही है। कहा, सांसदों व विधायकों के पास जितनी शक्तियां नहीं है उससे ज्यादा प्रधान के पास है। मरीजों को वे चार हजार की मदद तक कर सकते हैं। उसी दौरान मुख्यमंत्री द्वारा प्रधानों द्वारा सीधे संवाद न करने पर काफी देर तक हंगामा हुआ, इसके बाद मुख्यमंत्री बड़ालालपुर स्थित हेलीपैड से गोरखपुर के लिए रवाना हो गए।

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