मुंबई
आरटीआई से मिली जानकारी में पता चला है कि मुंबई में पिछले 6 साल में आग की 29,140 घटनाएं रेकॉर्ड की गई हैं, जबकि इनमें मौत के मुंह में जाने वालों की संख्या 300 है। यह जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता शकील अहमद शेख को मुंबई फायर ब्रिगेड ने दी है। मुंबई में अग्निकांडों का सिलसिला वैसे भी चौंका देने वाला है। लोअर परेल स्थित कमला मिल के वन अवब और मोजो बार में जन्मदिन पार्टी चल रही थी। पार्टी में शामिल लोगों को क्या मालूम था कि कुछ ही क्षणों में लगने वाली आग उनकी खुशी को लील जाएगी। इन बार-पब में लगी आग में 29 लोगों की मौत हुई थी और 50 से ज्यादा घायल हो गए थे। अभी इस मामले के आरोपी जेल में हैं और मामला कोर्ट में चल रहा है। इससे पहले, साकीनाका में फरसाण की एक दुकान में आग लगने से 12 लोग मौत हो गई थी। अंधेरी-पश्चिम के एक चर्चित होटल-रेस्त्रां में लगी आग से न केवल उस रेस्त्रां को नुकसान हुआ, बल्कि इमारत में रहने वालों की भी सांसें अटकी रहीं।
लापरवाही के कारण अग्िनकांड
महाराष्ट्र अग्नि प्रतिबंधक व जीवरक्षक उपाय योजना अधिनियम 2006 के तहत, नियम का पालन कराने की जिम्मेदारी मुंबई फायर ब्रिगेड की है। लेकिन पिछले 6 साल में मुंबई शहर में आग की घटनाओं की संख्या चौंका देने वाली हैं। इससे जाहिर होता है कि आग संबंधी ऐहतियातों कड़ाई से पालन नहीं होता।
अग्िनकांड के मांगे आंकड़े
शेख ने मुंबई फायर ब्रिगेड ऑफिस से 2012 से मुंबई शहर में कितनी आग लगने की घटनाएं हुई हैं, जानकारी मांगी। उन्होंने यह भी पूछा कि ऐसे हादसों में कितने लोगों की मौत हुई है और कितने जख्मी हुए। इस संदर्भ में सूचना अधिकारी ए.वी. परब ने सूचना अधिकार अधिनियम 2005 के अंतर्गत जानकारी उपलब्ध कराई है। जानकारी में यह भी बताया गया है कि आग के हादसों में 925 लोग जख्मी हुए हैं और 120 फायरकर्मी भी जख्मी हुए हैं। आरटीआई कार्यकर्ता शकील अहमद शेख ने मनपा आयुक्त अजय मेहता को पत्र लिखकर महाराष्ट्र अग्नि प्रतिबंधक व जीवरक्षक उपाय योजना अधिनियम 2006 का कड़ाई से पालन कराने की मांग की है।