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मुंबई में गरीब बच्चों के लिए ‘कूल’ है यह स्कूल, ऐसे हुआ कायाकल्प

मुंबई
शिक्षा हर बच्चे का मौलिक अधिकार है। हालांकि आज भी कई बार पैसों की तंगी या पारिवारिक परेशानियों के कारण बच्चे इससे वंचित रह जाते हैं। सरकारी स्कूल में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की कमी और निजी स्कूलों में महंगी फीस के चलते कई बार बच्चों को उचित शिक्षा नहीं मिलती। ऐसे में ठाणे में एक ऐसे निजी स्कूल की शुरुआत हुई है, जहां वंचित बच्चों को नि:शुल्क दाखिला दिया जाएगा। इस स्कूल में बेहतरीन शिक्षा के अलावा, बच्चों के अतिरिक्त क्रियाकलापों पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। ठाणे पश्चिम के यशोधन नगर स्थित जेएम हाई स्कूल वंचित (अंडर प्रिवलेज) बच्चों के लिए शुरू किया गया था। हालांकि सुविधाओं के अभाव में कुछ ही साल बाद स्कूल की स्थिति बिगड़ने लगी। स्थिति इतनी खराब हो गई कि बारिश के दिनों में स्कूल में पानी भर जाने से मजबूरन छुट्टी करनी पड़ती।

गोद लिया स्कूल
स्थिति को देखते हुए आरना फाउंडेशन ने स्कूल को गोद लेकर अनंता के जरिए उसे आधुनिक तरीके से विकसित करने का फैसला लिया। फाउंडेशन के को-फाउंडर चीनू क्वात्रा ने बताया, ‘जब हमने स्कूल गोद लिया, तो उसकी स्थिति काफी चिंताजनक थी। ऐसे में हमने स्कूल का रीडिवेलपमेंट किया। पहले इस स्कूल में 300 तक बच्चों के बैठने की जगह थी, जिसे बढ़ाकर 800 तक की गई। वहीं, स्कूलों की दीवारों पर पेंटिंग भी कराई।’

75% को नि:शुल्क प्रवेश
क्वात्रा ने कहा, ‘हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिले, इसके लिए हमने इस स्कूल में 75 प्रतिशत सीटें वंचित बच्चों के लिए रखी हैं। स्कूल में अनाथ, सिंगल पैरंट के बच्चों के साथ ही उन बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा मिलेगी, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं। आज के समय में शिक्षा के साथ ही दूसरी अभिरुचियों को विकसित करना भी बहुत जरूरी है। ऐसे में स्पोकन इंग्लिश, योग, विदेशी भाषाओं के अलावा, दूसरी तरह के क्रियाकलाप शुरू किए गए हैं।’

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