मुंबई
शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने दिसंबर में लोकसभा चुनाव होने के संकेत दिए हैं। मंगलवार को शिवसेना के 52वें स्थापना दिवस समारोह के समापन सत्र में बोलते हुए उद्धव ने कहा कि दिसंबर में लोकसभा के चुनाव होने की पूरी संभावना है। यह संकेत देकर उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा। उन्होंने कहा कि मैंने शिवसेना को नंबर वन पार्टी बनाने का संकल्प लिया है और मैं यह पूरा करके रहूंगा।
बीजेपी निशाने पर
पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाषण में उद्धव के निशाने पर बीजेपी रही। उद्धव ने ऐलान किया कि आने वाला साल चुनावों का है। उन्होंने कहा कि अगला मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा। उन्होंने कहा कि अब तक हम कहते थे कि विधानसभा पर भगवा फहरेगा, अब हम कहते हैं कि भगवा झंडा फहरा कर रहेंगे। उद्धव ने कहा कि पिछले 52 वर्षों में शिवसैनिकों ने बहुत मेहनत की है। जब हम जीते, तो मदांध नहीं हुए और जब हम हारे, तो थक कर रुके नहीं। उन्होंने कहा कि जो हमें चुनौती देगा, उसकी चुनौती तोड़-मरोड़ कर उसी की छाती पर फेंक देंगे। बीजेपीपर कटाक्ष करते हुए उद्धव ने कहा कि शिवसेना को ‘मिस्ड कॉल’ वाले कार्यकर्ता नहीं चाहिए।
‘झूठ’ फैलाकर मोदी सरकार सत्ता में आई
उद्धव ने मोदी सरकार पर सीधा हमला करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार 2014 में ‘झूठ’ फैलाकर सत्ता में आई। बीजेपीने 2014 के आम चुनावों से पहले ‘झूठ’ फैलाया और बहुमत हासिल करने के लिए झूठे वादे किए।
जम्मू-कश्मीर पर भी बोले
शिवसेना के स्थापना दिवस समारोह में उद्धव के भाषण से कुछ घंटे पहले बीजेपीद्वारा जम्मू-कश्मीर की महबूबा सरकार से समर्थन वापस लेने का समाचार आया। बीजेपीके इस फैसले का उद्धव ने स्वागत किया, लेकिन बीजेपीपर तंज भी कसे। उन्होंने सवाल उठाया कि बीजेपीको यह समझने में तीन साल क्यों लगे? कश्मीर में किसके साथ सत्ता में भागीदार हो रहे हैं, यह पहले समझना चाहिए था। 600 सैनिकों की शहादत के बाद बीजेपीको यह बात समझ में आई। रमजान में संघर्ष विराम लागू करने के फैसले पर बीजेपीसरकार की खिंचाई करते हुए उद्धव ने कहा कि आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता, फिर रमजान में संघर्ष विराम की क्या जरूरत थी? साढ़े तीन साल जम्मू-कश्मीर में बीजेपीसत्ता में थी, हिंदुओं को वहां एक इंच जमीन भी नहीं मिली।
शरद पवार पर भी टिप्पणी
शरद पवार की ‘पगड़ी राजनीति’ पर तंज करते हुए उद्धव ने कहा कि राजनीति में महापुरुषों की पगड़ी का इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं है। राजनीति करनी है, तो दिमाग का इस्तेमाल करो। उन्होंने कहा कि शरद पवार को लोकमान्य तिलक की पगड़ी से परहेज है, लेकिन इफ्तार में मुस्लिम टोपी पहनने से गुरेज नहीं है। उद्धव ने आरोप लगाया कि पवार समाज में फूट डालने की राजनीति कर रहे हैं।