दिल्ली, के बुराड़ी इलाके में एक ही परिवार के 11 सदस्यों की मौत के मामले जिस तरह से रोजाना नए-नए खुलासे हो रही हैं, उससे यह मामला अजीब होता जा रहा है। देश ही यह दुनिया का दुर्लभतम मामला बनता जा रहा है, जब एक ही परिवार के लोगों ने इस तरह आत्महत्या की हो। इसमें हैरानी की बात है कि परिवार के दो किशोरों से लेकर 70 साल के बुजुर्ग तक के लिए मौत की यह पूरी प्रक्रिया (अनुष्ठान) जश्न के जैसा था। जारी ताजा सीसीटीवी फुटेज को देखकर ऐसा लग रहा है जैसे घर में मौत को गले नहीं लगाया जाने वाला हो, बल्कि कोई शादी-समारोह हो। फांसी के लिए स्टूल, रस्सी आदि खरीदने के दौरान सबके चेहरों पर खुशी नजर आ रही है। इतना ही नहीं, यह भी पता चला है कि भाटिया परिवार ने आत्महत्या वाली रात से पहले करीब 6 दिन तक फांसी पर लटकने की प्रैक्टिस की थी। यह भी पता चला है कि प्रैक्टिस के दौरान सभी के हाथ खुले रहते थे। वहीं, हादसे यानी 30 जून की रात को सिर्फ ललित और उसकी पत्नी टीना के हाथ खुले थे और बाकी सबके हांथ बंधे हुए थे। क्राइम ब्रांच के मुताबिक, सीसीटीवी फुटेज में भाटिया परिवार के सदस्य फांसी लगाने के लिए सामान लेकर जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। जारी फुटेज में ललित की पत्नी टीना और श्वेता दुकान से स्टूल लेकर घर जाते हुए दिखाई दे रही हैं, जबकि इनके बच्चों के हाथों में बिजली के तार थे। जांच के दौरान इस बात की पुष्टि भी हुई है कि परिवार के सदस्यों ने स्टूल पर चढ़कर फांसी लगाई थी और सबके हाथ तारों से बंधे थे और बरगद की तरह लटके थे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि ललित की पत्नी टीना और भूपेंद्र की पत्नी श्वेता दुकान से स्टूल खरीदकर आई थीं, यह सब सीसीटीवी फुटेज में कैद हुआ है। यह फुटेज घटना यानी 30 जून की रात करीब 10:04 बजे का है। फुटेज में घर के दोनों बच्चे बिजली के तार लेकर आते हुए दिखाई दे रहे हैं।
बुधवार को भी क्राइम ब्रांच की टीम ने सुबह से देर रात तक ललित के घर के पड़ोस व आसपास में रहने वाली कई महिलाओं व पुरुषों से मरने वाले सभी 11 लोगों के स्वभाव के बारे में विस्तृत पूछताछ की। बुधवार को क्राइम ब्रांच की टीम जब बुराड़ी के संत नगर की गली नंबर दो में जाकर जांच की तो चार सीसीटीवी कैमरे लगे हुए पाए गए।
एक कैमरा मंदिर के पास, एक ललित के मकान के सामने, एक उसकी दुकान के सामने व एक गली के अंतिम छोर पर मिला। चारों कैमरे की फुटेज की जांच करने पर क्राइम ब्रांच को सनसनीखेज जानकारी मिली। दुकान के कर्मचारी सुनील से पूछताछ करने पर उसने चार स्टूल खरीदने की पुष्टि कर दी। इससे साबित हो रहा है कि फंदे पर लटकने की योजना सभी ने सामूहिक रूप से पहले ही बना ली थी। आशंका है किसी स्टूल का एक व्यक्ति तो किसी का दो लोगों ने मिलकर इस्तेमाल किया हो।
वहीं, अन्य सीसीटीवी फुटेज में ललित पॉलिथीन में सामान लेकर आता हुआ दिख रहा है। पॉलिथीन में डॉक्टर टेप और काली वस्तु दिखाई दे रही है। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि ललित या परिवार का कोई ओर सदस्य कभी खुद सामान लेने नहीं जाया करते थे, लेकिन वह विशेष रूप से टेप लेने के लिए दुकान गए।
पता चला है कि ललित ने पूरे परिवार के लिए बाहर से खाना ऑर्डर किया था, लेकिन खाना लेने के बाद ललित ने युवक को रुपये नहीं दिए। उसने युवक को रुपये लेने के लिए भूपेंद्र के पास भेज दिया।