ठाणे, ठाणे पुलिस अब फर्जी करंसी ‘मनी ट्रेड क्वाइन’ गिरोह के मुखिया अमित लखनपाल तथा उसकी सहयोगी कोमल सिरसाट की खोज कर रही है। अमित लखनपाल और कोमल सिरसाट दोनों के दुबई में होने की संभावना है। अमित लखनपाल ने दुबई में बैठकर ठाणे पुलिस को चैलेंज किया है।
अमित लखनपाल ने सोशल मीडिया के यूट्यूब पर एक विडियो अपलोड कर आरोप लगाया है कि पुलिस बेवजह ही मामले को खींच रही है। उसने कहा है कि जिन लोगों का पैसा डूबा था, उनमें से बहुत से लोगों के पैसा उसने लौटा दिए हैं और जल्द ही बाकी लोगों के पैसे भी लौटा देगा। दिल्ली के किशन विहार में रहने वाले व्यवसायी प्रवीण मुकुट लाल अग्रवाल ने कंपनी के खिलाफ ठाणे पुलिस में ठगी का मामला दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस की अपराध शाखा यूनिट एक ने कंपनी के ठाणे और विक्रोली कार्यालय पर छापा मारकर ठगी का पर्दाफाश किया था। पुलिस ने छापे में 53 लैपटॉप, बड़ी संख्या में फर्जी कागजात, सरकारी गैर सरकारी मुहरें, मोबाइल फोन, फर्जी विजिटिंग कार्ड और फर्जी क्वाइन सहित बड़ी मात्रा में सामान जब्त किया था। आठवीं तक पढ़े लखनपाल ने लोगों पर प्रभाव जमाने के लिए पीएचडी सहित बड़ी संख्या में कई फर्जी डिग्री बना ली थीं तथा अपनी जीवनी भी छपवा रखी थी। फोटोग्राफ और इंटरव्यू देख लोग आराम से रैकेट के चंगुल में आ जाते थे। वह बड़े-बड़े कार्यक्रमों का आयोजन करता था और उसमें सिलेब्रिटी को बुलाता था।
प्लानर हुआ गिरफ्तार
फर्जी करंसी मामले में ठाणे की अपराध शाखा पुलिस को एक और सफलता मिली है। पुलिस ने गिरोह के वित्तीय नियोजक (फाइनेंसल प्लानर) विक्रम बनगेरा को गिरफ्तार किया है। बनगेरा इस मामले में गिरफ्तार तीसरा आरोपी है। इससे पहले पुलिस ने अकाउंटेंट सचिन शेलार को कुछ दिन पहले गिरफ्तार किया था। पुलिस ने जिस समय रैकेट का पर्दाफाश किया था, उस समय कंपनी के लिए तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराने और सॉफ्टवेयर बनाने वाले कंप्यूटर इंजिनियर तहा हाफिज काजी को गिरफ्तार किया था।