मुंबई
मुंबई में 24 घंटे पानी आपूर्ति की दिशा में बरसों से चल रही कोशिश अब हकीकत के नजदीक है। बांद्रा का एच/पश्चिम वॉर्ड मुंबई का पहला इलाका होगा, जहां अक्टूबर से नए तरीके से आपूर्ति शुरू होगी। इसके तहत मौजूदा 3 घंटे की बजाय कई इलाकों में 8-10 घंटे पानी आएगा। निचले इलाकों में 24 घंटे भी नलों में पानी आ सकता है।
स इलाके में कितने दबाव से कितनी देर पानी छोड़ा जाएगा, इस पर फैसला लिया जाना बाकी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस अभियान के तहत पाइपलाइन में हमेशा पानी होगा। इसके दबाव को ऑटोमैटिक तरीके से बदला जा सकता है। यानी तय समय तक कम दबाव और निश्चित समय में अधिक दबाव संभव होगा। सितंबर के आखिर तक इसका ट्रायल पूरा होने की उम्मीद है। ट्रायल तक कई इलाकों में सामान्य आपूर्ति भी कम-ज्यादा हो सकती है।
मुंबई में सामान्य तौर पर 3-4 घंटे तक पानी आपूर्ति होती है। सालों पहले 24 घंटे तक पानी देने का प्रॉजेक्ट शुरू किया गया, जिसे शुरुआत में बांद्रा से सांताक्रुज (वेस्ट) के एच/पश्चिम और मुलुंड के टी वॉर्ड में लागू करने पर सहमति बनी। सलाहकार के निर्देश पर आवश्यक बदलाव किए गए।
एच/पश्चिम वॉर्ड के लिए विदेश से 11 प्रेशर रेग्युलेटिंग वॉल्व (पीआरवी) मंगाए गए, जिनके सहारे आपूर्ति पर नियंत्रण रखा जाएगा। अधिकारी ने बताया कि इससे पानी आपूर्ति के घंटों में बढ़ोतरी होगी। हर जगह 24 घंटे पानी मिलेगा, ऐसा नहीं है। बीएमसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘हमने 24 घंटे तक पानी आपूर्ति का ट्रायल एच/पश्चिम वॉर्ड में शुरू कर दिया है। सितंबर के आखिर तक यह ट्रायल पूरा हो जाएगा।’
अभी क्या होता है
बीएमसी कर्मचारी तय समय पर जाकर पानी आपूर्ति शुरू करते हैं
संबंधित इलाकों में अधिक दबाव से पानी छोड़ा जाता है
इस कारण पाइपलाइन फूटने की भी खबर आती रहती है
तय समय के बाद आपूर्ति बंद करने पर पानी बंद हो जाता है
क्या होंगे फायदे
पाइपलाइन में हमेशा पानी होने से उसमें गंदगी मिलने का खतरा नहीं रहेगा
अधिक दबाव से पानी छोड़ने से पाइपलाइन फूटने का भी डर खत्म हो जाएगा
पानी की खपत नहीं बढ़ेगी, न ही पानी बरबाद होगा