मुंबई
म्हाडा ने नवंबर में होने वाली मुंबई बोर्ड की लॉटरी के लिए 98 एचआईजी और एमआईजी घरों की कीमतों में 20 प्रतिशत की कमी करने का फैसला किया है। ये वे फ्लैट्स हैं, जो म्हाडा को बतौर हाउसिंग स्टॉक मिले हैं।
म्हाडा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जो घर म्हाडा को पुनर्वसन परियोजनाओं में मिले हैं, उनकी कीमत के लिए पहले म्हाडा ने रेडी रेकनर का भाव तय किया था। कुछ लोगों ने ये घर महंगे बताकर लौटा दिए थे। अब म्हाडा ने ऐेसे घरों की कीमतें बाजार भाव से 20 प्रतिशत कम करने का प्रस्ताव रखा है। यह फॉर्म्युला सिर्फ उच्च और मध्य आय वर्ग (एमआईजी और एमआईजी) के लिए होगा। निम्न आय वर्ग और अत्यल्प आय वर्ग (एलआईजी और ईडब्ल्यूएस) के लोगों को म्हाडा निर्माण लागत पर ही घर देगी।
अधिक कीमत बताकर वापस किए थे घर
इससे पहले, 2016 में म्हाडा के कोकण बोर्ड के तहत निकाली गई लॉटरी में भी 70 प्रतिशत विजेताओं ने घर की कीमत अधिक बताकर घर वापस कर दिए थे। उसके बाद म्हाडा ने इन घरों को खरीदने का मौका वेटिंग लिस्ट के लोगों को देने का निर्णय किया।
एचआईजी श्रेणी के थे वापस हुए फ्लैट
म्हाडा ने पिछले साल की लॉटरी में सालों बाद दक्षिण मुंबई में स्थित घरों को शामिल किया था। ये 36 फ्लैट लोअर परेल में थे। इनकी न्यूनतम कीमत 1.20 करोड़ रुपये और अधिकतम कीमत 1.80 करोड़ रुपये थी। लॉटरी निकलने वाले 29 लोगों ने महंगे बताकर ये घर लेने से इनकार कर दिया था। ये सभी फ्लैट एचआईजी के थे।