मुंबईः दो साल पहले भारतीय सेना के जवानों ने पाकिस्तान में घुसकर जो कार्रवाई की थी, उसे सर्जिकल स्ट्राइक नाम दिया गया था। अब महाराष्ट्र पुलिस ने यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ जो कार्रवाई की है, उसे भी यही नाम दिया है।
ट्रैफिक पुलिस के डीसीपी राजतिलक रौशन ने बुधवार को एनबीटी को बताया कि नागपुर में 24 घंटे तक चली कार्रवाई में हमने साढ़े तीन हजार से ज्यादा लोगों के ई-चालान काटे। मंगलवार को सुबह 9 से 11.30 तक चली कारवाई में 1285 और बुधवार को इसी वक्त की गई कार्रवाई में 2275 ई-चालान काटे गए।
पुलिस ने अपनी इस कार्रवाई को सर्जिकल स्ट्राइक ही नाम क्यों दिया/ इसके जवाब में रौशन कहते हैं कि सर्जिकल स्ट्राइक में एक खास पॉइंट को चुनकर उस पर अटैक करना होता है। हमने भी इस बात की पड़ताल की कि किन-किन पॉइंट्स यानी जगहों पर सबसे ज्यादा ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन होता है या जहां सबसे ज्यादा शिकायतें आती हैं। इसके बाद फिर हमने इन सभी जगहों पर अपनी फोर्स भी लगाई और कैमरों से भी रिकॉर्डिंग की। मुंबई की तरह नागपुर में भी जगह-जगह सीसीटीवी लगे हैं। इनके जरिए भी
ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले पकड़ में आ गए।
इससे पहले स्वतंत्रता दिवस के दिन एक दिन में साढ़े चार हजार से ज्यादा लोगों के ई-चालान काटे गए थे। महाराष्ट्र के किसी भी शहर में यह अब तक की संभवत: सबसे बड़ी कार्रवाई थी। महाराष्ट्र पुलिस ने यातायात बंदोबस्त को लेकर इधर मुंबई के साथ नागपुर पर ज्यादा फोकस करना शुरू किया है। नागपुर को महाराष्ट्र की दूसरी राजधानी भी कहा जाता है। डीसीपी रौशन कहते हैं कि ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ हमारी यह सर्जिकल स्ट्राइक आगे भी जारी रहेगी। कानूनी कार्रवाई के अलावा पुलिस फिल्म के चर्चित संवादों के पोस्टरों के जरिए लोगों को जागरूक करने का भी काम कर रही है। कुछ दिनों पहले ऐसे ही एक पोस्टर में फिल्म शोले के गब्बर सिंह का फोटो लगा था। साथ में एक बाइक पर तीन लोगों को बैठे भी दिखाया गया था। पोस्टर के नीचे लिखा हुआ था–‘बाइक एक, आदमी तीन। यह तो बहुत नाइंसाफी है।’