मुंबई : शिवडी टीबी अस्पताल से जबर्दस्ती मरीजों को डिस्चार्ज करने के 24 घंटे के भीतर फिर से भर्ती कर दिया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए खुद बीएमसी के अडिशनल म्युनिसिपल कमिश्नर आई.ए. कुंदन ने अस्पताल का अचानक निरीक्षण कर एक नर्स को निलंबित कर दिया और तीन के तबादले का आदेश दिया। बता दें कि अस्पताल की नर्सों और सुरक्षकर्मियों ने मरीजों को अस्पताल से जबरन छुट्टी दे दी थी।
मामला सामने आने के बाद गुरुवार सुबह से टीबी अस्पताल पर परिजन और वरिष्ठ अधिकारियों का जमावड़ा लगा रहा। इस दौरान बीएमसी स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संतोष रेवेंकर ने अस्पताल का दौरा कर नर्सों को मरीजों संग सलीके से पेश आने का निर्देश दिया।
अपनी बहन का इलाज करा रहे कलीम ने बताया कि अस्पताल के डॉक्टर अमर ने ऐंबुलेंस भेजकर बच्चों को फिर अस्पताल में भर्ती करा दिया। नर्सों को चेतावनी
मरीजों के संग बेतरतीब रवैया देख अडिशनल कमिश्नर ने अस्पताल के स्टाफ को मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार करने का निर्देश दिया। उन्होंने यूनियनबाजी के नाम पर नर्सों को चेतावनी देते हुए कहा कि भविष्य में इस तरह की घटना बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
FIR करने की मांग
बीएमसी में समाजवादी पार्टी के ग्रुप नेता रईस शेख ने कहा, ‘अस्पताल में आने वाले गरीब मरीजों के साथ ऐसा व्यवहार कतई बर्दाश्त नही होगा। मामले को गंभीरता से लेते हुए बीएमसी प्रशासन को दोषी लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करनी चाहिए।
शिवडी टीबी अस्पताल : 24 घंटे में मरीजों को फिर किया भर्ती
