ठाणे: मर्चेंट नेवी की ट्रेनिंग के नाम पर युवकों को विदेश भेज कर उनसे लाखों की ठगी करने वाली कंपनी के निदेशक कैप्टन सुप्रियो मुखर्जी को ठाणे पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस इस मामले में कुछ और लोगों की तलाश कर रही है। मुखर्जी के खिलाफ कासरवडवली पुलिस स्टेशन में ठगी के दो मामले दर्ज हैं। पुलिस को संदेह है कि मुखर्जी ने और अधिक लोगों को इसी तरह ठगा है।
पुलिस की छानबीन में पता चला है की डीजी शिपिंग की तरफ से मुखर्जी की कंपनी को दिया गया लाइसेंस 2015 में खत्म हो गया था, इसके बावजूद वह लोगों को झांसा दे रहा था। मुंबई के सायन निवासी राजेश रंजन सिंह ने मुखर्जी के खिलाफ मई 2018 में मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने उसी मामले में मुखर्जी को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा डोंबिवली निवासी एक युवक ने अक्टूबर 2017 में मुखर्जी के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। पुलिस दोनों ही मामलों की छानबीन कर रही है। मरीन इंजिनियरिंग की पढ़ाई करने वाले राजेश रंजन सिंह और डोंबिवली निवासी शिकायतकर्ता से विदेश में ट्रेनिंग के नाम पर मुखर्जी की कंपनी सिलवोका एसोसिएट्स प्राइवेट लिमिटेड ने प्रत्येक से साढ़े तीन लाख रुपये लिए थे। राजेश रंजन सिंह को ट्रेनिंग के नाम पर वर्ष 2016 के अंत में मलेशिया भेजा गया था, लेकिन मलेशिया पहुंचने पर सिंह को पता चला कि उसको ठगा गया है। सिंह के पास भारत वापस आने के लिए पैसे नहीं थे।