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बीएमसी कमिश्नर की जांच मंजूर नहीं

मुंबई

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कमला मिल परिसर अग्निकांड घटना की जांच बीएमसी कमिश्नर अजोय मेहता से कराने की घोषणा की है। उन्हें 15 दिन में रिपोर्ट देने का आदेश दिया है, लेकिन मुख्यमंत्री के इस आदेश को विपक्ष ने यह कहते हुए खारिज कर दिया कि मेहता ही विभाग के प्रमुख हैं, वे कैसे निष्पक्ष जांच करेंगे। विरोधी दलों में किसी ने न्यायिक जांच की तो किसी ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। सरकार के मंत्री विनोद तावडे ने इस मामले को फास्ट ट्रैक में चलाने की मांग की है।
विधानसभा में विरोधी पक्ष नेता विखे पाटील ने कहा कि मुंबई शहर भ्रष्टाचार के ज्वालामुखी पर खड़ा है। हादसे में भले ही पुलिस ने पब मालिक पर हत्या का मामला दर्ज किया हो, परंतु उसके साथ-साथ बीएमसी का वॉर्ड ऑफिसर और उस इमारत में हब का लाइसेंस देने वाले और वहां का नियमित दौरा करने वाले अधिकारी भी उतने ही दोषी हैं। यानी इस पूरे हादसे के लिए पूरी तरह से महानगरपालिका ही दोषी है और उसी महानगरपालिका के आयुक्त मामले की जांच करेंगे? अब भला वे निष्पक्ष जांच कैसे कर सकते हैं। बीएमसी में व्याप्त भ्रष्टाचार का परिणाम कमला मिल परिसर हादसा है। ऐसे में बीएमसी में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच सीबीआई से कराई जाए। विधान परिषद में विरोधी पक्ष नेता धनंजय मुंडे ने कहा कि मुंबई में लगातार ऐसी घटनाएं हो रही हैं। इस तरह के हादसे की आशंका के चलते शिकायत के बाद भी बीएमसी जांच नहीं कराती है। यह बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है। इस मामले की न्यायिक जांच की जानी चाहिए।

उच्च स्तरीय जांच हो- अशोक चव्हाण

महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने अग्निकांड की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। चव्हाण ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से मुंबई में अलग-अलग ऐसे हादसे हो रहे हैं, जिसमें लोगों की जाने जा रही हैं। हादसे होने पर सरकार जांच का आदेश देती है, लेकिन ठोस कदम नहीं उठा रही है जिससे घटनाएं थम नहीं रही हैं। मुंबई कांग्रेस प्रमुख संजय निरुपम ने हादसे की जांच की मांग करते हुए कहा कि आग लगने की घटना अग्नि सुरक्षा नियमों के स्पष्ट उल्लंघन का नतीजा है। उन्होंने आरोप लगाया, कमला मिल परिसर जैसे छोटे से इलाके में 96 रेस्तरां बगैर किसी अग्नि सुरक्षा उपाय के चल रहे हैं। कोई फायर ऑडिट नहीं की गई। मुंबई राकांपा प्रमुख सचिन अहीर ने कहा कि बीएमसी का भ्रष्टाचार बेकसूर लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने और मृतकों एवं घायलों के परिजनों को अधिकतम मुआवजा देने की भी मांग की।

सुरक्षा के पुख्ता का इंतजाम नहीं

भाजपा के वरिष्ठ विधायक मंगल प्रभात लोढ़ा ने हादसे के लिए सुरक्षा इंतजामों की अनदेखी का नतीजा बताया। उन्होंने कहा है कि भीड़ भरे इलाकों में इस तरह के संभावित हादसों को रोकने के लिए प्रशासन को तत्काल सख्त कदम उठाना चाहिए। उन्होंने सरकार और बीएमसी से मांग की कि अत्यधिक व्यस्त जगहों में आग से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के बाद ही रेस्टोरेंट्स आदि के लाइसेंस दिए जाने चाहिए। इस आगजनी के बारे में जो बातें सामने आई हैं, उसमें प्रमुख यह है कि रेस्टोरेंट में आग बुझाने के यंत्र नहीं थे। साथ ही इमरजेंसी दरवाजे के सामने सामान रखा हुआ था, जिसकी वजह से वो खुला नहीं। इसी कारण सभी लोगों की मौत दम घुटने से हुई। भारतीय जनता युवा मोर्चा, मुबंई अध्यक्ष मोहित कंबोज ने महानगर में चलने वाले सभी छोटे बड़े होटल्स, पब्स, डिस्को और रेस्टोरेंट्स में सुरक्षा और आग से बचने के पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित करने और गैरकानूनी रूप से चलने वाले पब्स और डिस्को पर फौरन पाबंदी लगाने की मांग की है।

सख्त कार्रवाई का भरोसा

शिवसेना से संबद्ध युवासेना अध्यक्ष आदित्य उद्धव ठाकरे ने कहा कि आग के सुरक्षा मानकों का पालन अनिवार्य है और इसका उल्लंघन करने वालों पर बीएमसी सख्त कार्रवाई करेगी।
आग की घटना हैरान करने वाली है। मैं दुर्भाग्यपूर्ण घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।

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