दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे शातिर गैंग का पर्दाफाश किया है जो एक ग्रुप में इस तरह से वारदात को अंजाम देते थे कि उनके शिकार लोग उन्हीं के बहकावे में आ जाते. दरअसल, ये गिरोह पहले अपने शिकार को तलाशता फिर एक प्लानिंग के तहत इस गिरोह का एक सदस्य स्नैचिंग की वारदात को अंजाम देता और ठीक उसके पीछे स्कूटी या बाइक पर आते उनके साथी पीड़ित को दिलासा देते और स्नैचर का पीछा करने की बात कह खुद भी फरार हो जाते.
जबकि इस बीच उसका पहला साथी भी आराम से दूर निकल जाता. इसकी गिरफ्तारी से पुलिस टीम ने अभी तक 25 मामलों का खुलासा किया है. पुलिस ने इसके पास से स्कूटी, 220 सीसी की बाइक, 7 मोबाइल, दो सोने की चैन भी बरामद की है.
पूछताछ में पुलिस को पता चला कि आकाश अपने ग्रुप के साथ पहले भी गिरफ्तार हुआ था. हाल ही में यह तिहाड़ जेल से छूट कर बाहर आया था, जिसके बाद इसने एक नया गैंग बनाकर दिल्ली की सड़कों पर स्नैचिंग की वारदात को अंजाम देने की शुरुआत की.
इसने पिछले 30 दिनों में ताबड़तोड़ वारदात को अंजाम देकर पुलिस की नींद उड़ा दी थी. ये लोग दो मोटरसाइकिल पर 3 और 5 के ग्रुप में चलते थे. आगे मोटरसाइकिल पर बैठे तीन लोग टारगेट को देख कर चैन स्नैचिंग या मोबाइल लूटते थे. जो पीछे स्कूटी पर दो शख्स बैठे होते वह इनको “कवर फायर करने के लिए” मौके पर पीछे से तुरन्त बाद में पहुंचते और पीड़ित से उनके साथ हुई वारदात के बारे में पूछ कर उनको सहानुभूति देता.
फिर वहां से भागे हुए बदमाशों का पीछा करने का नाटक कर पीड़ित के माइंड को डाइवर्ट कर देता था. जिससे यह लोग आसानी से वारदात को अंजाम देकर चंद मिनटों में मौके से फरार हो जाते थे.