दिल्ली के द्वारका मोड़ इलाके में नाईजिरियाई लोगों पर बच्चा चोरी का आरोप लगाकर उन्हें जमकर पीटा गया. हालांकि, पुलिस की जांच में यह आरोप अफवाह साबित हुई. स्थानीय लोगों के मुताबिक गुरुवार की शाम करीब साढ़े 6 बजे, कुछ लड़के नाईजिरियाई युवक को पीटते हुए इलाके में दाखिल हुए.
उनका कहना था कि उनके घर का 16 साल का एक लड़का गायब है, जिसका फोन नाईजीरियाई युवक के पास मिला है. देखते-ही देखते इलाके में भीड़ जमा हो गई और पूरे इलाके में कई अफवाहें उड़ गई. जिनमें कुछ ने यहां तक कहा कि ये बच्चों को खा जाते हैं.
जैसे-जैसे अफवाहों का बाजार गर्म हुआ वैसे-वैसे भीड़ भी बढ़ गई. खुद को बचाने के लिए सभी अफ्रीकी मूल के लोगों ने अपने आप को घर के अंदर बंद कर लिया. लेकिन जब उन्हें लगा कि घर के अंदर भी उन पर हमला हो सकता है तो वो मौका देखकर तीसरी मंजिल से पीछे की तरफ दूसरे की छत से कूद कर भाग निकले. इसके बाद भीड़ में से ही किसी ने पुलिस को सूचना दी, जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उसने भीड़ के बीच तंजानिया की रहने वाली दो महिलाओं को बचाया और थान ले गई.
पुलिस के मुताबिक विदेशी महिलाओं ने किसी के खिलाफ कोई शिकायत नहीं दी है, ना ही हरियाणा के उस परिवार का कोई शख्स सामने आया है और ना ही कोई शिकायत पुलिस को मिली है कि उनका बच्चा अगवा है. साथ ही पुलिस ने बताया कि स्थानीय लोगों ने भी विदेशों लोगों के खिलाफ कोई शिकायत नहीं दी है. पुलिस के मुताबिक जिन विदेशी लोगों का वीजा वैध नहीं है उन्हें डिपोर्ट किया जाएगा. वहीं, जिनके पास वैध वीजा है उनकी जांच की जा रही है. पुलिस अब ये जांच कर रही है कि गुरुवार की शाम क्या हुआ था और किसने ये पूरी अफवाह उड़ाई.
दूसरी तरफ इलाके के लोगों का कहना है कि यहां रह रहे विदेशी गैर कानूनी काम करते हैं और जिस घर में यह रह रहे थे वो दिल्ली पुलिस के एक पुलिसकर्मी का है. लोगों का कहना है कि यहा विदेशी लोगों ने पहले भी उत्पाच मचाया है. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में कोई केस तो दर्ज नहीं किया है लेकिन वो मामले की जांच कर रही है.
पुलिस का कहना है कि सुरक्षा के मद्देनजर दो महिलाओं समेत सभी 6 विदेशी नागरिकों को पहले थाने लाए. बाद में सभी चले गए. इनमें से एक का वीजा एक्सपायर हो गया है इसलिए उसे वापस डीपोर्ट करने की प्रक्रिया शुरू की गई है.