बदायूं। पचास हजार रुपये की मांग करने वाला दूल्हा पुलिस को देखकर अपनी बात से मुकर गया। बोला, लड़की वालों को कुछ गलतफहमी हो गई। इससे पुलिस ने भी मामले को हल्के में लिया और बाद में दुल्हन को उसके साथ विदा कर दिया।
शनिवार रात कोतवाली क्षेत्र के एक इलाके में एक वैवाहिक कार्यक्रम चल रहा था। बारात पीलीभीत जिले के बीसलपुर से आई थी। रात करीब 10 बजे वैवाहिक रस्मों की शुरुआत हुई। इसी दौरान रात करीब एक बजे लड़की वालों तक बात पहुंची कि दूल्हा दहेज में पचास हजार रुपये और मांग रहा है। यह बात दुल्हन पक्ष को बुरी लगी। सभी लोग एकत्र होकर जनवासे में पहुंचे, जहां दहेज पर चर्चा हुई तो दूल्हे ने खुद पचास हजार रुपये मांगने की बात कबूल ली। उसका आरोप था कि उसे पचास हजार रुपये कम दिए गए हैं। उन्हें पहले पूरा करो। इस बात को लेकर दोनों पक्षों में तनातनी हो गई। एक-दो लोगों में मारपीट भी हो गई। इसके बाद सारी रस्मों को जहां की तहां रोक दिया गया। सुबह पांच बजे तक इंतजार होता रहा कि दोनों पक्षों में समझौता हो जाए लेकिन दोनों ही पक्ष अपनी-अपनी बात पर अड़े रहे। उसके बाद लड़की पक्ष ने पुलिस को फोन कर दिया। जिससे पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पहले पुलिस दूल्हे के परिवार वालों को कोतवाली ले गई। सुबह करीब सात बजे दूल्हे को भी कोतवाली बुला लिया गया। तब तक मामला ऐसे ही खींचातानी में चलता रहा। खुद को पुलिस के चंगुल में फंसता देखकर दूल्हा डर गया और उसने दहेज मांगने की बात से साफ इंकार कर दिया। लड़की वालों ने भी विवाद पर धूल डालना बेहतर समझा। इससे पुलिस ने दूल्हे को छोड़ दिया। बाद में लड़की वालों ने उसी दूल्हे के साथ कुछ शर्तों पर शादी कर दी।