ठाणे : राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री व एनसीपी नेता छगन भुजबल ने आरोप लगाया है कि सरकार तय करती है कि किसे जेल में रखना है और किसे बाहर रखना है। छगन भुजबल के मुताबिक सरकार जिसे नहीं चाहती है उसे जेल में डाल दिया जाता है और जिसे चाहती है उसे बाहर आजाद छोड़ दिया जाता है।
ठाणे स्थित गडकरी सभागृह में रविवार को अखिल भारतीय माली महासंघ की तरफ से मौर्य, माली, शाक्य, सैनी, कुशवाहा समाज के राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया गया था। इसमें बतौर कार्यक्रम अध्यक्ष छगन भुजबल और उद्घाटक के रूप में यूपी सरकार के केबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य उपस्थित थे। इस दौरान समाज के लोगो को संबोधित करते हुए भुजबल ने प्रदेश की वर्तमान सरकार पर अपना रोष जताया। भुजबल ने कहा कि उनके खिलाफ पहले सुनियोजित साजिश रची गई थी और फिर मामला दर्ज किया गया था। बताया कि उन्हें जान बूझकर ढाई साल तक जेल में कैद रखा गया, जबकि गोविंद पानसरे और नरेंद्र दाभोलकर की हत्या के आरोप में पकड़े गए लोगों को ९० दिन के भीतर आरोप पत्र न दायर किए जाने से जमानत पर छोड़ दिया गया। भुजबल का कहना था कि सरकार की तरफ से बताया गया कि काम के बोझ के चलते पुलिस को उनके खिलाफ आरोपपत्र दायर करने का समय नहीं मिला, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। भुजबल ने बताया कि वे खुद प्रदेश के गृहमंत्री थे और पुलिस को ऐसे मामले में स्वतंत्र जवाबदारी देनी चाहिए, लेकिन उनके प्रति सरकार की नियति ठीक नहीं थी। भुजबल ने खुलासा किया की महाराष्ट्र सदन के निर्माण में सरकार का एक रुपया भी नहीं लगा था और उन पर जानबूझकर कई हजार करोड़ के भ्रष्टाचार का झूठा आरोप लगाया गया और फंसाया गया। भुजबल ने समाज के लोगों से एकजुट होने की अपील की तो दूसरी तरफ समाज के हित के लिए सत्ता को आवश्यक बताया।
कार्यक्रम में उपस्थित यूपी सरकार के केबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाज के लोगों से उपनाम के मतभेदों को भुलाकर एकजुट होने का आवाहन किया। मौर्य के मुताबिक, लोकतंत्र में ताकत जरूरी है और ताकत की पूजा होती है। समाज के लोग एकजुट होंगे और नेताओं के पीछे खड़े होंगे तो परिवर्तन अवश्य होगा। कार्यक्रम में मौर्य, सैनी, माली सेवा समाज के राष्ट्रीय महासचिव सुमन सैनी, नेपाल के पूर्व मंत्री शत्रुघ्न कुशवाहा, श्रीपाल सिह सैनी, अखिल भारतीय माली महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डी.के.माली, माली समाज के ठाणे अध्यक्ष सचिन शिंदे, सचिन केदारी सहित कई मान्यवर उपस्थित थे।