वॉशिंगटन : ग्रीन कार्ड के लिए पहले से तय सभी देशों का कोटा खत्म करने से अमेरिकी लेबर मार्केट में मौजूद भेदभाव खत्म होगा। साथ ही, अमेरिका की नागरिकता पाने वालों में भारतीयों और चीनियों की संख्या बढ़ेगी। यह बात अमेरिकी संसद की एक हालिया रिपोर्ट में कही गई है। ग्रीन कार्ड गैर-अमेरिकी नागरिकों को स्थाई रूप से अमेरिका में रहने और वहां काम करने की अनुमति देता है। कई सांसद ग्रीन कार्ड और कानूनी स्थाई निवासी दर्जा (एलपीआर) जारी करने में देश आधारित कोटे को खत्म करने संबंधी प्रस्ताव लाने का विचार कर रहे हैं।
अमेरिकी कांग्रेस की स्वतंत्र अध्ययन शाखा सीआरएस का कहना है कि यदि रोजगार आधारित ग्रीन कार्ड या एलपीआर जारी करने में कोटा खत्म कर दिया गया तो इनके लिए भारतीय और चीनी नागरिकों के आवेदनों की लाइन लग जाएगी और उन्हें निपटाने में बहुत वक्त लगेगा।
अभी भारतीयों का नुकसान, मौजूदा माइग्रेशन पॉलिसी के तहत ग्रीन कार्ड आवंटन में सात फीसदी कोटे से सबसे ज्यादा नुकसान भारतीयों को हो रहा है, जो अत्यधिक कुशल पेशेवर होते हैं।