मुंबई : पश्चिम रेलवे की लंबी दूरियों की ट्रेनें चोरों का आसान ठिकाना बन गई हैं। एक के बाद एक ट्रेनें चोरों के निशाने पर हैं। पहले पश्चिम एक्सप्रेस और अब गोल्डन टेंपल पर चोरों की नजर है। इस ट्रेन के लीज वाले कोच से अब तक कई बार चोरियां हो चुकी हैं, जिनसे चोरों ने सवा करोड़ रुपये का माल उड़ाया है। एनबीटी इससे पहले पश्चिम एक्सप्रेस में हो रही लगातार चोरियों की जानकारी दे चुका है। इन मामलों में मुंबई सेंट्रल जीआरपी ने एफआईआर दर्ज की हैं।
सात दिन में चार बार चोरी
गोल्डन टेंपल के एसएलआर कोच में २३ दिसंबर से ३० दिसंबर के बीच चार बार चोरियां हो चुकी हैं। शिकायतकर्ता के मुताबिक, चोरियां चलती ट्रेन में एसएलआर कोच के हिस्से को काटकर की गई हैं। वैसे, शिकायतकर्ता के अनुसार, जीआरपी ने चार में से केवल अब तक २४ दिसंबर की चोरी में ही मामला दर्ज किया है। गोल्डन टेंपल के जिन दो एसएलआर कोच में लगातार चोरियां हो रही हैं, उसे अमित रियल कार्गो और किसन फॉरवर्ड कंपनी ने ५ साल के लिए लीज पर लिया है। इससे पहले, पश्चिम एक्सप्रेस और गोल्डन टेंपल में २०१८ में १० चोरियां पार्सल कोच काटकर हुई थीं। २०१८ में पश्चिम एक्सप्रेस ट्रेन में ६ चोरियां हो चुकी हैं, लेकिन अब तक कोई भी गिरोह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है।
पहले भी बताया था कि किस तरह इस लीज कोच से सटे गार्ड केबिन में बैठकर चोर आसानी से लीज कोच के पतरे को काटते हैं। गार्ड केबिन में कोई भी सुरक्षा नहीं होने की वजह से ये घटनाएं लगातार हो रही हैं। चोरी करने वाला गिरोह गैस कटर जैसे औजारों का इस्तेमाल करता है, लेकिन रेलवे को भनक तक नहीं लगती। गोल्डन टेंपल में तो आरपीएफ के जवान भी होते हैं, फिर भी चोर वारदात को सफाई से अंजाम देते हैं। मुंबई सेंट्रल जीआरपी के पुलिस निरीक्षक जे. राठौड़ ने बताया कि एसएलआर कोच में चोरी के मामलों की शिकायतें सामने आ रही हैं, लेकिन चोरियां मुंबई डिविजन से पहले ही हो रही हैं।