मुंबई: मीरा-भाईंदर, भाईंदर पश्चिम में रेलवे लाइन से लगकर अमर डेरी लेन से सुदामा नगर तक एक पादचारी मार्ग बना हुआ है। धूप और बारिश से सुरक्षा के लिए इस पूरे मार्ग पर शेड भी लगाया गया है। यह पादचारी मार्ग बना तो आमजन की सुविधा के लिए था, लेकिन इसका दुरुपयोग नशेड़ी-गंजेड़ी लोग कर रहे हैं। इस मार्ग पर वरिष्ठ नागरिकों के लिए स्थापित की गई कुर्सियों पर दिन-रात नशेड़ी लोग कब्जा जमाए बैठे रहते हैं। छत पर बैठकर करते हैं नशा
स्थानीय निवासी और शिवसेना के पदाधिकारी संतोष सोनार बताते हैं कि इस मार्ग पर दिन भर नशेड़ी-गंजेड़ी नशा करते दिख जाएंगे। संतोष बताते हैं कि कई बार तो ये लोग पादचारी मार्ग की छत पर बैठकर भी नशा करते हैं और आती-जाती लोकल ट्रेन के दौरान सीटियां बजाते हैं।
स्थानीय निवासी हिमांशु भाई बताते हैं कि लड़कियों से छेड़खानी आए दिन की घटना हो गई है। विरोध करने पर ये लोग झुंड बनाकर झगड़ा करने पर उतारू हो जाते हैं। पुलिस स्टेशन में शिकायत के बाद भी इस पर कोई खास कार्रवाई नहीं हुई है।
कई बार हो चुकी है चैन स्नैचिंग
स्थानीय लोगों का कहना है कि मनपा सुबह 6.30 बजे मार्ग की लाइट बंद कर देती है, जबकि उस समय काफी अंधेरा होता है। सामाजिक कार्यकर्ता प्रमोद देठे बताते हैं कि इस अंधेरे का फायदा उठाकर कई बार चैन-स्नैचिंग की घटनाएं हो चुकी हैं। स्थानीय लोगों ने इस मार्ग पर पुलिस गश्त और सीसीटीवी लगाने की मांग की है। लोगों का कहना है कि मार्ग की लाइट को सुबह 6.30 बजे के बजाय 7 बजे तक चालू रखा जाए।
माहिम का गर्दुल्ला छेड़छाड़ में पकड़ा गया
माहिम दरगाह के पास एक भटियारखाने का कथित गर्दुल्ला शुक्रवार को नौ वर्षीय लड़की के साथ गलत हरकत करते पकड़ा गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस की सहायता से उसे दबोच लिया। लोगों की शिकायत है कि मुफ्त में भोजन कराने वाले भटियारखानों में नशेड़ी गुर्दुल्लों की संख्या बढ़ी है और इनकी वजह से चोरी, लूट और महिलाओं पर हमले जैसी वारदात में इजाफा हुआ है।
दो पुलिस टीमें बनाई गईं
विरार के डीवाईएसपी जयंत बजबले कहते हैं, ‘वसई-विरार क्षेत्र में पिछले कई सालों से पुलिस के लिए सिरदर्द बने नशेड़ियों पर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। गत पांच सालों के अपराध पर नजर डालें तो 70 प्रतिशत अपराध नशेड़ियों द्वारा किए गए हैं। इन पर कार्रवाई करने के लिए दो टीमें बनाई गई हैं।’