मध्य प्रदेश में सरकार बदलते ही अपराध और अपराधियों का तरीका भी बदल गया है. महज एक सप्ताह में हुई 4 राजनीतिक हत्याओं और बीजेपी नेताओं पर हमलों का मामला जोर-शोर से उठ रहा है. रविवार को बड़वानी में भाजपा के मंडल अध्यक्ष मनोज ठाकरे को बेरहमी से हत्या के बाद अब इसकी गूंज दिल्ली तक सुनाई दे रही है. बीजेपी ने इन हत्याओं को राजनीतिक करार दिया है और इसके खिलाफ वह सड़कों पर उतर आई है.
कब और कैसे हुई बीजेपी नेताओं की हत्याएं
रविवार को बड़वानी में भाजपा के मंडल अध्यक्ष मनोज ठाकरे को बेरहमी से मार डाला गया. वह सुबह की सैर पर निकले थे तभी उनकी पत्थरों से कुचलकर हत्या कर दी गई. मनोज के चेहरे पर चोट के गंभीर निशान मिले हैं. शव के पास खून से सना हुआ पत्थर भी मिला था. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. अभी हत्यारों के बारे में कुछ पता नहीं चल पाया है. पिछले पांच दिंनो में तीन हत्याएं।प्रदेश में भड़की अराजकता, हत्याओं का दौर जारी है। काँग्रेस सरकार के गृह मंत्री को परवाह नही है और मुख्यमंत्री विदेशी दौरे पर है । रविवार शाम को ही गुना में परमाल कुशवाह नामक युवक को गोली से उड़ा दिया गया, यह युवक भारतीय जनता पार्टी के पालक संयोजक शिवराम कुशवाह का रिश्तेदार था. बीजेपी गुना के इस हत्याकांड में कांग्रेस का हाथ बता रही है.
लगातार भाजपा कार्यकर्ताओं की हो रही हत्यायें यह दर्शाती हैं की अपराधियों के बुलंद हौसलों के पिछे किनका संरक्षण ! है गृह मन्त्री के जिले में हत्या,जिस गुना जिले में दो मन्त्री,सर्वशक्तिमान राष्ट्रीय नेता वहाँ भाजपा कार्यकर्ता की हत्या गुरुवार शाम को मंदसौर नगर पालिका के दो बार अध्यक्ष रहे बीजेपी के नेता प्रहलाद बंधवार की सरे बाजार गोली मारकर हत्या कर दी गई. पालिका अध्यक्ष बंधवार शाम करीब सात बजे जिला सहकारी बैंक के सामने स्थित भाजपा नेता लोकेंद्र कुमावत की दुकान पर बैठे थे. जैसे ही वह बाहर निकले, बुलेट पर सवार एक बदमाश ने पास आकर उनके सिर पर गोली मार दी थी. कोई कुछ समझ पाता, इससे पहले हमलावर बुलेट छोड़कर भाग गया. माना जा रहा है कि हत्यारा पेशेवर शूटर हो सकता है.
बिगड़ती कानून व्यवस्था अत्यंत चिंताजनक है। बड़वानी ज़िले के भाजपा नेता श्री मनोज ठाकरे की आज सुबह निर्मम हत्या कर दी गयी। यह हत्या गृहमंत्री के क्षेत्र में व विधायक के घर के पास हुई है। ऐसा लगता है कि मध्यप्रदेश में जंगलराज की शुरुआत हो गई है।
बुधवार शाम को इंदौर में कारोबारी और बीजेपी नेता संदीप अग्रवाल को सरेआम गोलियों से भून दिया गया, आज तक हत्यारों को अता पता नहीं. इंदौर शहर के सबसे व्यस्ततम चौराहे पर पुलिस थाने से सिर्फ 100 कदम की दूरी पर शहर के चर्चित हाई प्रोफाइल बिल्डर पर अज्ञात हमलावरों ने कई गोलियों से हमला किया था. इसके बाद बिल्डर को गंभीर अवस्था में इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान ही संदीप अग्रवाल की मौत हो गई.
अपराधियों के हौसले बुलंद है। प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बिलकुल ध्वस्त हो गई है। यह हमारे लिए बहुत चिंता का विषय है। तत्काल अपराधी पकड़े जाने चाहिए। सरकार ने इसको गंभीरता से नहीं लिया, तो को सड़कों पर उतरना पड़ेगा।
इन हत्याओं को लेकर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान भी ट्वटिर पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कांग्रेस सरकार को चेतावनी भी दी कि अगर इन घटनाओं पर अंकुश नहीं लगा तो बीजेपी के कार्यकर्ता सड़क पर उतर आएंगे.