मुंबई, महाराष्ट्र के आतंकरोधी दस्ते एटीएस ने 9 लोगों को गिरफ्तार कर प्रयागराज कुंभ में केमिकल अटैक की साजिश को नाकाम किया है। एटीएस ने बताया कि गिरफ्तार लोग गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) से पहले कुंभ में कई जगहों पर खाने-पीने की चीजों में जहर मिलाकर सामूहिक नरसंहार की साजिश रच रहे थे। एटीएस को शक है कि ये लोग आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के स्लीपर सेल का हिस्सा हो सकते हैं। इनमें से 4 लोगों को मुंबई से सटे मुंब्रा शहर से केरल के पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) द्वारा आयोजित सेमिनार में भाग लेने औरंगाबाद जाते वक्त पकड़ा गया। ठाणे की मुंब्रा टाउनशिप में अमृत नगर, कौसा, मोती बाग और अलमास कॉलोनी इलाकों और औरंगाबाद की कैसर कॉलोनी, राहत कॉलोनी और दमडी महल इलाकों में सोमवार को देर रात और मंगलवार को तड़के छापे मारने के बाद ये गिरफ्तारियां की गईं।
बड़ी मात्रा में मिला खतरनाक केमिकल
इनमें से 4 लोगों को मुंबई से सटे मुंब्रा शहर से केरल के पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) द्वारा आयोजित सेमिनार में भाग लेने औरंगाबाद जाते वक्त पकड़ा गया। इनसे हुई पूछताछ में औरंगाबाद के 5 अन्य लोगों की जानकारी मिली, जिन्हें बाद में हिरासत में लिया गया। सभी 18-22 वर्ष की उम्र के हैं।
आरोप है कि ये लोग कुंभ मेले के अलावा औरंगाबाद और मुंब्रा शहर में भी किसी समारोह के दौरान खाने-पीने की वस्तुओं में जहर मिलाकर बड़े पैमाने पर किसी हादसे को अंजाम देने की कोशिश में थे। इनके पास से विस्फोटक बनाने वाले केमिकल पाउडर के अलावा बड़ी मात्रा में खतरनाक केमिकल हाइड्रोजन पैरॉक्साइड मिला है, जिसे यदि खाने-पीने की किसी चीज में मिला दिया जाए, तो वह जहर बन जाता है।
दाऊद इब्राहिम के करीबी का बेटा भी शामिल
महाराष्ट्र ATS के मुताबिक, पकड़े गए 9 संदिग्धों में से एक दाऊद इब्राहिम के करीबी माने जाने वाले राशिद मल्बारी का बेटा है। मल्बारी को हाल में अबू धाबी से गिरफ्तार किया गया था। वह इस समय औरंगाबाद जेल में है। पकड़े गए सभी संदिग्ध काफी पढ़े-लिखे हैं। इनमें से दो इंजिनियर हैं और एक अभी इंजिनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है। एक फार्मासिस्ट है और एक 11वीं क्लास में है। इन आतंकियों में एक नाबालिग है।
ह सब बरामद हुआ
संदिग्धों के पास से पेन ड्राइव, सेलफोन, लैपटॉप, वाई-फाई पॉड, डीवीडी और सीडी, हार्ड ड्राइव, मेमरी कार्ड बरामद हुए हैं। चाकू भी जब्त किए गए हैं। इनके पास से अलग-अलग केमिकल नामों वाली बोतलें मिलीं, जिनकी जांच होनी अभी बाकी है। उनके पास से 4 ग्राम ग्लिसरीन, 4 ग्राम यूरिया और 5 ग्राम केमिकल पाउडर भी बरामद हुआ है, जो विस्फोटक सामग्री बनाने के काम आता है। उनके ठिकानों से अच्छी खासी मात्रा में हाइड्रोजन पेरोक्साइड भी मिला है। यह काफी खतरनाक रसायन है। यदि यह ज्यादा मात्रा में किसी चीज में मिला दिया जाए, तो वह जहर का काम करता है।
इन धाराओं में मामला दर्ज
एटीएस ने इन सभी के खिलाफ आईपीसी की धारा 120बी(आपराधिक षडयंत्र रचने), बॉम्बे पुलिस ऐक्ट की धारा 135 और गैरकानूनी गतिविधियां (प्रतिबंध) ऐक्ट की धारा 18, 20, 38 और 39 के तहत केस दर्ज किया गया है।