मुंबई: सिगरेट, बीड़ी फूंकने और तंबाकू का सेवन करने के मामले में महाराष्ट्र की जनता बहुत सजग है। ग्लोबल अडल्ट तंबाकू की २०१६-१७ की रिपोर्ट में पाया गया है कि नशे के मामले में महाराष्ट्र का ग्राफ तेजी से नीचे गिरा है। अन्य राज्यों की तुलना में नशे की दर महाराष्ट्र में ३.८ प्रतिशत है। राज्य में धूम्रपान में २.१ फीसदी और धुआं रहित तंबाकू सेवन में ३.१ फीसदी की गिरावट आई है। इसके लिए राज्य के स्वास्थ्य मंत्री एकनाथ शिंदे ने अपनी सरकार की पीठ थपथपाई है। शिंदे के अनुसार, तंबाकू मुक्त शाला अभियान के तहत २,७५५ स्कूलों को तंबाकू मुक्त किया गया है।
राष्ट्रीय पारिवारिक स्वास्थ्य जांच की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में सन २००५-०६ से लेकर २०१५-१६ के बीच तंबाकू सेवन की दर में तेजी से गिरावट आई है। महाराष्ट्र में साल २००५-०६ में महिलाओं में तंबाकू सेवन की दर १०.५ प्रतिशत थी, जो अब ५.८ प्रतिशत रह गई है। इसी तरह साल २००५-०६ में पुरुषों में तंबाकू सेवन की दर ४८.३ प्रतिशत से गिरकर साल २०१५-१६ में ३६.६ प्रतिशत रह गई है। स्वास्थ्य विभाग के प्रयास से अब तक कुल ८०४ स्वास्थ्य संस्थाओं को तंबाकू मुक्त किया जा चुका है। राज्य सरकार, सलाम मुंबई फाउंडेशन जैसी स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ जिला, तहसील एवं गांव स्तर पर तंबाकू मुक्त शाला अभियान चलाया