मुंबई
अग्निशमन नियमों से खिलवाड़ करने वाले होटल्स पर बिना नोटिस दिए सीधे ताला लगाया जाएगा। इसके लिए सोमवार से पूरी मुंबई में जांच मुहिम शुरू की जाएगी। बीएमसी आयुक्त अजय मेहता ने सड़कों और नालों की सफाई की तरह इस मामले में भी भ्रष्टाचार का सफाया करने के लिए कड़े कदम उठाने की घोषणा की है। वहीं दूसरी ओर कमला मिल परिसर में हुई कार्रवाई के दौरान राजनीतिक दबाव के संकेत भी मिले हैं। यह भी कहा जा रहा है कि कार्रवाई रोकने के लिए एक बड़े नेता का फोन आया था।नहीं बचेंगे हादसे के दोषी अधिकारी
इस बात की जानकारी देते हुए बीएमसी आयुक्त ने कहा, ‘मुझसे फोन पर पूछा गया कि आप कैसे कार्रवाई कर रहे हैं, इसके बावजूद बीएमसी ने 17 अनधिकृत होटल्स पर हथौड़ा चलाया।’ मेहता ने स्पष्ट किया, ‘सुनूंगा सबकी, लेकिन करूंगा कानून की।’ अगले 15 दिन में नियमों का उल्लंघन करने वाले होटल्स पर कार्रवाई किए बिना बीएमसी नहीं रुकेगी। मेहता ने स्पष्ट किया, ‘अग्निकांड की जांच जारी है। इसमें कोई भी दोषी अधिकारी नहीं बचेगा।’
अधिकारियों पर बिफरे नगर सेवक
इससे पहले कमला मिल अग्निकांड के मुद्दे पर चर्चा के दौरान नगरसेवकों ने प्रशासन पर जमकर भड़ास निकाली। नेता प्रतिपक्ष रवि राजा ने कमला मिल में अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई रोकने का दबाव बनाने वाले तमाम नेताओं के नाम उजागर करने की मांग की। साथ ही निलंबित अधिकारियों की संपत्ति की तत्काल जांच शुरू करने की मांग भी की गई। वहीं समाजवादी पार्टी के नेता रईस शेख ने कहा, ‘अधिकारियों ने आयुक्त को गलत सूचना दी। कमला मिल परिसर में पहले से ही बड़े पैमाने पर व्यावसायिक गतिविधियां जारी होने के बावजूद नए होटल पास कराए गए।’