Friday, November 21metrodinanktvnews@gmail.com, metrodinank@gmail.com

देश

निर्भया कांड के 6 साल बाद भी नहीं बदले हालात, मासूम से रेप

निर्भया कांड के 6 साल बाद भी नहीं बदले हालात, मासूम से रेप

दिल्ली से लेकर पूरे देश को दहला देनेवाले निर्भया कांड को पूरे छह साल गुज़र गए. बातें बहुत हुई, वादे भी बहुत हुए. लेकिन सच्चाई यही है कि ज़मीन पर कुछ भी नहीं बदला. ऐसा हम सिर्फ़ इसलिए नहीं कह रहे कि निर्भया के गुनहगार अब भी अपने अंजाम यानी फांसी के फंदे से दूर हैं, बल्कि इसलिए भी कह रहे हैं कि अब भी हर रोज़ कहीं ना कहीं कोई निर्भया किसी दरिंदे के हाथों कुचली जा रही है. 16 दिसंबर 2018. पूरे छह साल. बातें हुई. विरोध हुआ. तरीके सुझाए गए. सब कुछ बदल देने के दावे किए गए. मगर अफ़सोस नतीजा अब भी वही है. हालात अब भी वही. अगर ऐसा नहीं होता तो दिल्ली का वो परिवार इस वक्त अपनी तकदीर पर रो नहीं रहा होता. आपको जानकर हैरानी होगी कि एक मासूम तो उम्र में भी निर्भया से बहुत छोटी थी. बल्कि छोटी क्या थी अभी इस दुनिया में आए हुए उसे महज़ तीन साल ही हुए थे. लेकिन छोटी उम्र में उसे एक दरिंदे ने अपना शिकार बना
आगरा में छात्रा को सरेआम जिंदा जलाया, हालत गंभीर

आगरा में छात्रा को सरेआम जिंदा जलाया, हालत गंभीर

UP: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में सरेआम एक दसवीं कक्षा की छात्रा को दो लोगों ने जिंदा आग के हवाले कर दिया. इस घटना में लड़की करीब सत्तर फीसदी तक जल गई. उले इलाज के लिए आगरा से दिल्ली रेफर कर दिया गया है. वहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है. पुलिस के मुताबिक 15 वर्षीय छात्रा अकोला के एक इंटर कॉलेज में दसवीं कक्षा की छात्रा है. रोजना की तरह वह अपनी साइकिल से घर वापस लौट रही थी. जैसे ही वह अपने घर के करीब पहुंची, तभी वहां पहले से मौजूद दो युवकों ने लड़की को आग के हवाले कर दिया. राहगीरों ने किसी तरह से लड़की को बचाया और पुलिस को सूचना दी. लेकिन तब तक लड़की 70 फीसदी तक जल चुकी थी. पुलिस की मदद से फौरन लड़की को एसएन मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां से उसे दिल्ली रेफर कर दिया गया. पुलिस के मुताबिक घटना दोपहर करीब एक बजे की है. पीड़ित छात्रा के परिजनों ने पुलिस को बताया कि उनकी किसी कोई दुश्मनी भ
IT कंपनी के असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट ने की खुदकुशी

IT कंपनी के असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट ने की खुदकुशी

मुंबई। जेनपैक्ट कंपनी के असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट स्वरूप राज ने अपने आवास पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मौके से पुलिस को एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है. बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले ही स्वरूप राज पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद कंपनी ने उन्हें निलंबित कर दिया गया था. स्वरूप राज ने पत्नी कृति के नाम लिखे सुसाइड नोट में लिखा है कि, 'वह उनसे बहुत प्यार करते हैं. उन पर झूठे यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए हैं. उन्हें ऑफिस की ही लड़कियों ने झूठा फंसाया है. यदि जांच में उनको निर्दोष भी घोषित कर दिया गया फिर भी आरोप लगने की वजह से लोग उनको शक की निगाह से देखेंगे. इस तरह वो कैसे दोबारा कंपनी जाएंगे? मालूम हो कि स्वरूप राज यौन उत्पीड़न का आरोप लगने पर कंपनी ने उनको जांच पूरी होने तक निलंबित कर दिया था. यौन उत्पीड़न का आरोप लगने के बाद छिना सब कुछ... स्वरूप राज एर्नाकुलम केरल के रहने वाले थे. वो
उत्पीड़न से तंग आकर आत्महत्या कर ली , सुसाइड नोट में लिखा- नरेंद्र मोदी ही देश को बचा सकते हैं

उत्पीड़न से तंग आकर आत्महत्या कर ली , सुसाइड नोट में लिखा- नरेंद्र मोदी ही देश को बचा सकते हैं

हैदराबाद : हैदराबाद में एक प्राइवेट कंपनी के कर्मचारी ने उत्पीड़न से तंग आकर आत्महत्या कर ली. मरने से पहले मौके पर छोड़े गए एक सुसाइड नोट में उसने लिखा कि केवल नरेंद्र मोदी ही देश को बचा सकते हैं. वारदात हैदराबाद के सैदाबाद की है. जहां 30 वर्षीय नुथालागंती नारसिंह ने अपनी कंपनी में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. वह अपने सीनियर द्वारा किए जा रहे उत्पीड़न से परेशान चल रहा था. नारसिंह ने मौत को गले लगाने से पहले एक सुसाइड नोट छोड़ा है. जिसमें उसने अपने उत्पीड़न का जिक्र किया है. साथ ही उसने नरेंद्र मोदी को लगातार देश के प्रधानमंत्री के रूप में देखे जाने की इच्छा जताई है. उसने सुसाइड नोट में लिखा कि केवल मोदी ही देश को बचा सकते हैं. पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है. अब पुलिस उसके इंचार्ज की तलाश कर रही है. जबकि रिश्तेदारों और दोस्तों ने मृतक के शव को लेकर प्रदर्शन किया. वे इस के
सरकार तय करती है किसे जेल में रखा जाए, किसे बाहर: छगन भुजबल

सरकार तय करती है किसे जेल में रखा जाए, किसे बाहर: छगन भुजबल

ठाणे : राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री व एनसीपी नेता छगन भुजबल ने आरोप लगाया है कि सरकार तय करती है कि किसे जेल में रखना है और किसे बाहर रखना है। छगन भुजबल के मुताबिक सरकार जिसे नहीं चाहती है उसे जेल में डाल दिया जाता है और जिसे चाहती है उसे बाहर आजाद छोड़ दिया जाता है। ठाणे स्थित गडकरी सभागृह में रविवार को अखिल भारतीय माली महासंघ की तरफ से मौर्य, माली, शाक्य, सैनी, कुशवाहा समाज के राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया गया था। इसमें बतौर कार्यक्रम अध्यक्ष छगन भुजबल और उद्घाटक के रूप में यूपी सरकार के केबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य उपस्थित थे। इस दौरान समाज के लोगो को संबोधित करते हुए भुजबल ने प्रदेश की वर्तमान सरकार पर अपना रोष जताया। भुजबल ने कहा कि उनके खिलाफ पहले सुनियोजित साजिश रची गई थी और फिर मामला दर्ज किया गया था। बताया कि उन्हें जान बूझकर ढाई साल तक जेल में कैद रखा गया, जबकि गोविंद पा
नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) निर्देश द्वारा स्टेशनों पर सफाई के लिए रेलवे ने बनाई योजना

नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) निर्देश द्वारा स्टेशनों पर सफाई के लिए रेलवे ने बनाई योजना

मुंबई : अक्टूबर में नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) द्वारा निर्देश मिलने के बाद अब मध्य रेलवे स्टेशन परीसर, प्लैटफॉर्म और ट्रैक के आसपास गंदगी को खत्म करने के लिए योजना तैयार कर रही है। अक्टूबर में एनजीटी ने रेलवे को प्लैटफॉर्म और ट्रैक की सफाई रखने का निर्देश दिया था। योजना के अंतर्गत थूकने वालों पर कार्रवाई, गीला और सूखा कचरा अलग-अलग रखना, खुले में शौच पर अंकुश लगाना और सफाईकर्मियों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए बायोमैट्रिक मशीनें लगाने पर ध्यान दिया जाएगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ए और ए-१ श्रेणी के स्टेशनों पर बायोडीग्रेडेबल और नॉन-बायोडीग्रेडबल कचरे को अलग रखने के लिए अलग-अलग रंगों को डस्टबिन लगाए जाएंगे। ये काम दिसंबर २०१९ खत्म होने के साथ पूरा करने की योजना है। इसमें सफाईकर्मियों की उपस्थिति पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा। प्रमुख स्टेशनों पर मार्च २०२० तक सफाई की निगरानी रखने के लि
एल्यूमिनियम कोच बने तो हल्के डिब्बों से गति हो सकती है २५० किलोमीटर प्रतिघंटे

एल्यूमिनियम कोच बने तो हल्के डिब्बों से गति हो सकती है २५० किलोमीटर प्रतिघंटे

मुंबई: चैन्नई स्थित आईसीएफ कोच फैक्टरी में बनी टी-१८ ट्रेन के १६० किलोमीटर प्रति घंटा का ट्रायल रन सफल होने के बाद अब रेलवे की निगाहें ट्रेनों की गति २५० किलोमीटर प्रति घंटा करने पर लगी हुई हैं। ऐसे में रेलवे अब ट्रेनों की गति बढ़ाने के लिए एल्यूमिनियम के कोच ‘मेक इन इंडिया’ के तहत बनाने की योजना पर काम कर रही है। इस परियोजना को अमल में लाने का प्रस्ताव बनकर तैयार है। केवल इसे रेल मंत्रालय से हरी झंडी मिलने का इंतजार है। बताया जा रहा है कि मॉर्डन कोच फैक्ट्री (रायबरेली) ने ५०० एल्यूमिनियम कोच बनाने का प्रस्ताव रेल मंत्रालय के समक्ष रखा है। जानकारी के अनुसार एल्यूमिनियम के कोच हल्के होने से ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने में मदद मिलती है। साथ ही विद्युत की भी बचत होगी। क्योंकि ट्रेन की स्पीड बढ़ाने और घटाने में अधिक विद्युत की खपत होती है। भारत मे एलएचबी के जो कोच आईसीएफ कोच फैक्ट्री में बन रहे हैं
पीने का पानी ले जाने वाले टैंकर का होगा पंजीकरण

पीने का पानी ले जाने वाले टैंकर का होगा पंजीकरण

मुंबई : मुंबई में जारी पानी की कटौती से हर कोई परेशान है। पानी कटौती के चलते महानगर में टैंकर वालों की मांग बढ़ गई है। हालांकि टैंकर वाले कितना स्वच्छ पानी आपको देते हैं, इस पर प्रश्न चिह्न लगा है, क्योंकि अभी तक मुंबई में पीने और दूसरे कार्यों के इस्तेमाल में लगने वाले पानी को सप्लाई करने के लिए एक ही टैंकर का इस्तेमाल होता है। लेकिन जल्द ही अब पीने और दूसरे कार्यों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले पानी के लिए अलग-अलग रंग के टैंकर होंगे। साथ ही इनका पंजीकरण भी अलग-अलग होगा। बीएमसी स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, एक ही टैंकर होने के कारण उसी में दोनों तरह के पानी को सप्लाई किया जाता है। इससे कौन सा टैंकर किस काम के लिए इस्तेमाल होता है, इसकी पहचान करना मुश्किल होता है। वहीं कई बार लोग पीने का पानी ले जाने के लिए टैंकर का पंजीकरण कराकर उससे पीने के अलावा अन्य कार्यों में लगने वाला
जाम ने ले ली जान, ऐम्बुलेंस में ही दम तोड़ दिया घायल व्यक्ति

जाम ने ले ली जान, ऐम्बुलेंस में ही दम तोड़ दिया घायल व्यक्ति

भिवंडी : शहर और आस-पास के लगभग सभी प्रमुख मार्गों पर यातायात जाम रहता है। हालात ये हैं कि गंभीर रूप से घायल एक मजदूर की जान ऐम्बुलेंस में ही चली गई। जाम में फंसी ऐम्बुलेंस सही समय पर अस्पताल तक नहीं पहुंच सकी। ऐम्बुलेंस आधे घंटे से ज्यादा समय तक जाम में फंसी रही। मालूम हो कि भिवंडी की सड़कों की हालत बद से बदतर होने एवं यातायात पुलिस की उदासीनता के कारण शहर के लगभग सभी प्रमुख मार्गों पर यातायात जाम रहता है। कल्याण नाका, धामनकर नाका, अंजुरफाटा, आसबीबी नाका, जकात नाका, वंजारपट्टी नाका, चाविंद्रा एवं साईबाबा सहित शहर के विभिन्न नाकों पर खड़ी यातायात पुलिस जाम को नियंत्रित करने में कम वाहनों की जांच में ज्यादा व्यस्त रहती है। यही नहीं, यातायात पुलिस ने यातायात वॉर्डन भी रखे हैं, जो वाहनों का पीछा कर उन्हें पकड़ते हैं। जाम में फंसी ऐम्बुलेंस वासिंद स्थित मैकडोनाल्ड होटल के पास एक कंपनी में चौकीद

भिवंडी में प्लेग फैलने के बाद शहर के नागरिक इसी अस्पताल की छावनी में रहते थे

भिवंडी : शहर की १६० साल पुरानी ब्रिटिशकालीन न्यायालय की इमारत जमींदोज कर दी गई। वहीं, भिवंडी के दीवानी और फौजदारी न्यायालय के लिए ३ मंजिल की नई इमारत बनाने का काम शुरू कर दिया गया है, जिसमें १६ न्यायालय चलेंगे। इससे पक्षकारों सहित नागरिकों का समय बचेगा। वकील संगठन, पक्षकार एवं नागरिकों ने इसका स्वागत किया है। बता दें कि अब जो ३ मंजिला नई इमारत बन रही है, उसमें सेशन, सिविल, वरिष्ठ स्तर न्यायालय-२ सहित कुल १६ न्यायालय होंगे। इस इमारत में पुस्तकालय, बाररूम, कैंटीन, महिला एवं पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय और पक्षकारों के लिए भी बैठने की व्यवस्था रहेगी। इससे शहर सहित ग्रामीण इलाके के भिवंडी न्यायालय क्षेत्र के पक्षकारों को ठाणे नहीं जाना पड़ेगा, जिसमें पक्षकारों के साथ वकीलों का समय बचेगा और पैसा बर्बाद नहीं होगा। पुरानी इमारत में ८ न्यायालय चल रहे थे। मुख्य न्यायालय की इमारत में सिर्फ एक कोर