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महाराष्ट्र

मीरा-भाइंदर में आवारा कुत्तों की संख्या बढ़ी

मीरा-भाइंदर में आवारा कुत्तों की संख्या बढ़ी

भाइंदर : मीरा-भाइंदर शहर में आवारा कुत्तों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। पिछले एक वर्ष में शहर के हजारों लोग इनके शिकार हुए हैं, जबकि कुत्तों की आबादी को रोकने के लिए मनपा उनकी नसबंदी करती है लेकिन पिछले कई महीनों से नसबंदी का काम निधि के अभाव में बंद पड़ा है। ज्ञात हो कि मीरा-भाइंदर शहर में कुत्तों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। गली, सड़क, मुहल्ले में आवारा कुत्तों से लोग परेशान हैं। पिछले कुछ महीनों से मनपा द्वारा किया जानेवाला नसबंदी कार्यक्रम भी ठप पड़ा हुआ है इसलिए लगातार कुत्तों के शिकार लोग हो रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों के आंकड़े देखें तो कुत्तों के काटने से घायल मरीजों की संख्या २०१८ में बढ़ गई है। २०१५ में मनपा के सभी अस्पतालों में कुल ६,७०४ मरीजों का इलाज हुआ था जबकि २,०१६ में कुत्ता काटे मरीजों की संख्या ६,९९५ थी, तो २०१७ में यह संख्या ७,०३१ हो गई और २०१८ के नवंबर तक
इंसान के शरीर में भी सूअर का दिल धड़केगा, यानी अब हृदय के लिए अंगदाताओं पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं

इंसान के शरीर में भी सूअर का दिल धड़केगा, यानी अब हृदय के लिए अंगदाताओं पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं

मुंबई : दिल की गंभीर बीमारी से जूझ रहे लोगों की जान बचाने का एकमात्र उपाय हृदय प्रत्यारोपण है। वर्तमान में मुंबई की स्थिति यह है कि मरीजों के अनुपात में डोनर बहुत ही कम हैं। नतीजतन डॉक्टरों व मरीजों के अंगदान की बाट जोहनी पड़ती है। कुछ खुशनसीबों को हृदय मिल जाता है लेकिन कई को अपनी जान गंवानी पड़ती है लेकिन शोधकर्ताओं ने अब इसका भी विकल्प खोज लिया है। शोधकर्ताओं ने हाल ही में सूअर का दिल बबून (लंगूर) में प्रत्यर्पित किया और वे इसमें सफल भी रहे है। माना जाता है कि सूअर और इंसानी शरीर के अवयव काफी हद तक मेल खाते हैं, ऐसे में शोधकर्ताओं ने अब डॉक्टरों में यह उम्मीद जगा दी है कि आनेवाले कुछ वर्षों में इंसान के शरीर में भी सूअर का दिल धड़केगा। यानी अब हृदय के लिए अंगदाताओं पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं है। बता दें कि हिंदुस्थान में हृदय रोग के चलते वर्ष २०१६ में लगभग ६० लाख लोगों की मृत्यु होने की
युवा पीढ़ी पर ऑनलाइन चैटिंग और गेमिंग का जुनून सवार,  पब्जी ने पागल किया रे!

युवा पीढ़ी पर ऑनलाइन चैटिंग और गेमिंग का जुनून सवार, पब्जी ने पागल किया रे!

मुंबई : शौक और मजे के लिए शुरू की गई चीजों की आदत नकारात्मक परिणाम देने लगती है। इसी शौक की सूची में मोबाइल पर खेला जानेवाला ऑनलाइन गेम पब्जी की लत देश के लाखों युवाओं को लग चुकी है। पब्जी का नशा लोगों के सिर पर इस कदर चढ़कर बोल रहा है कि न तो उन्हें अपने भविष्य की चिंता है और न ही रोजमर्रा के कामों से कोई लेना-देना बच्चों और युवाओं के इस पागलपन से परेशान अभिभावकों ने अब उनके लिए मनोचिकित्सकों से संपर्क करना शुरू कर दिया है। बता दें कि युवा पीढ़ी पर ऑनलाइन चैटिंग और गेमिंग का जुनून सवार है। इसमें पब्जी ने अधिकतर युवाओं को इस कदर पागल कर दिया है कि वे पढ़ाई-लिखाई छोड़कर दिन में १० से १२ घंटे लगातार ऑनलाइन गेम खेलने में बिता रहे हैं। हेल्थ स्प्रिंग क्लिनिक के मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. सागर मूंदड़ा ने बताया कि प्रतिदिन कम से कम एक बच्चे के मोबाइल एडिक्शन से परेशान होकर अभिभावक उसे क्लिनिक लेकर आते हैं।
ठाणे जिले के शहरी और ग्रामीण भागों के राष्ट्रीय महामार्ग और अन्य सड़कों पर कुल १०७ ब्लैक स्पॉट

ठाणे जिले के शहरी और ग्रामीण भागों के राष्ट्रीय महामार्ग और अन्य सड़कों पर कुल १०७ ब्लैक स्पॉट

ठाणे : ठाणे जिले के शहरी और ग्रामीण भागों के राष्ट्रीय महामार्ग और अन्य सड़कों पर कुल १०७ ब्लैक स्पॉट होने की डरावनी जानकारी सामने आई है। जिला अधिकारी कार्यालय के सड़क सुरक्षा समिति में इस बात का खुलासा अधिकारियों द्वारा किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि ग्रामीण भागों में कचरों को जलाने से उत्पन्न हुए धुएं और डिवाइडर तोड़े जाने के कारण इन ब्लैक स्पॉटों का निर्माण हुआ है। बता दें कि ठाणे जिले से होकर जानेवाले महामार्ग और सड़कों पर कुल १०७ ब्लैक स्पॉट मौजूद हैं। इन ब्लैक स्पॉटों पर दुर्घटना के बाद मृतकों की संख्या अधिक पाई गई है। ठाणे शहर में राष्ट्रीय महामार्ग पर १८, राज्य महामार्ग पर १२ और अन्य सड़कों पर कुल २९ ब्लैक स्पॉट मौजूद हैं, इसी प्रकार ग्रामीण भागों में राष्ट्रीय महामार्ग पर २७, राज्य महामार्ग पर ११ ब्लैक स्पॉट हैं तो वहीं नई मुंबई भाग में १० ब्लैक स्पॉट मौजूद हैं। इसी प्रकार द्रु
शराब पीते समय दो गुटों के बीच हुए झगड़े में २२ वर्षीय सिराज शेख की हत्या हुई थी

शराब पीते समय दो गुटों के बीच हुए झगड़े में २२ वर्षीय सिराज शेख की हत्या हुई थी

मुंबई : साल भर पहले साकीनाका में हुई हत्या की गुत्थी साकीनाका पुलिस ने सुलझा ली है। शराब पीते समय दो गुटों के बीच हुए झगड़े में २२ वर्षीय सिराज शेख की हत्या हुई थी। अब सिराज की बरसी से पहले हत्यारों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हत्यारों का कहना है कि सिराज के साथी ने खुद को अपराधी बताकर उन्हें डराने की कोशिश की थी। झगड़े के दौरान धौंस जमाने के लिए हत्यारों ने भी खुद को अपराधी बताया और फिर कौन बड़ा अपराधी है? इस होड़ में हुई हाथापाई में सिराज की मौत हो गई थी। पुलिस उपायुक्त अनिल कुंभारे के अनुसार बीते वर्ष दिसंबर में मोहिली विलेज स्थित परेरावाड़ी में सिराज शेख की हत्या हुई थी। हत्यावाले दिन रात में सिराज वहां अपने मित्र के साथ शराब पी रहा था। वहीं थोड़ी दूरी पर कुछ और लोग शराब पी रहे थे। अचानक वे लोग सिराज की ओर आने लगे। सिराज और उसके साथी को लगा कि वे लुटेरे हैं और उनका मोबाइल आदि छीनने क
कानून की आंखों में धूल झोंककर बार के नीचे ‘अंडरवर्ल्ड’ (तहखाना) आबाद ,११ बार बालाओं सहित ३८ लोग गिरफ्तार

कानून की आंखों में धूल झोंककर बार के नीचे ‘अंडरवर्ल्ड’ (तहखाना) आबाद ,११ बार बालाओं सहित ३८ लोग गिरफ्तार

मीरा रोड : कानून की आंखों में धूल झोंककर बार के नीचे ‘अंडरवर्ल्ड’ (तहखाना) आबाद हो रहा है। नए साल के जश्न के पहले लॉज-बीयर बार में तैयारियां जोरों पर हैं। लिहाजा पुलिस भी सक्रिय हो गई है। ऐसी ही एक कार्रवाई में पुलिस ने जब छापा मारा तो बीयर बार के तहखाने में चल रहे ताकधिनाधिन का खुलासा हुआ और जब पुलिस बार के नीचे आबाद अंडरवर्ल्ड में पहुंची तो बार बालाओं समेत ३८ लोग मिले। नव वर्ष के आगमन की आहट पर मीरा-भाइंदर परिसर के बीयर बार सजने लगे हैं। कानून की अनदेखी कर चार की जगह दस से पंद्रह बार बालाएं बारों में काम कर रही हैं। हालांकि परमिशन से ज्यादा लड़की छुपाकर रख रहे बार मालिक इसे नव वर्ष में धंधे का फंडा बना रहे हैं। ऐसी ही एक तैयारी का भंडाफोड़ मीरा रोड पुलिस ने छापा मारकर किया है। पुलिस ने तहखाने में छुपाई गई ११ बार बालाओं सहित ३८ लोगों को हिरासत में लिया है। रात रंगीन बनाने के लिए मीरा-भाइं
झुग्गी-झोपड़ियों में रहनेवाले गरीब बच्चों की भूख मिटाएगा ‘रोटी घर’

झुग्गी-झोपड़ियों में रहनेवाले गरीब बच्चों की भूख मिटाएगा ‘रोटी घर’

मुंबई : झुग्गी-झोपड़ियों में रहनेवाले गरीब बच्चे जिन्हें पौष्टिक आहार नहीं मिलता, जिनके लिए दिन में एक समय के खाने का जुगाड़ भी मुश्किल है। ऐसे गरीब बच्चों के मसीहा के रूप में पहचाने जानेवाले चीनू क्वात्रा अब १,१०० बच्चों का पेट भरेंगे। ‘खुशियां फाउंडेशन’ के माध्यम से चीनू और उनके कुछ दोस्तों द्वारा शुरू की गई मुहिम ‘रोटी घर’ के द्वारा अब मुंबई और ठाणे के ८ स्थानों पर १,१०० बच्चों और ७० वृद्धों का पेट भरा जाएगा। बता दें कि चीनू और उनके कुछ दोस्तों ने एक साल पहले ५ दिसंबर, २०१७ को १०० जरूरतमंद बच्चों को पौष्टिक खाना खिलाना शुरू किया था। अब इसी क्रम में आगे बढ़कर यह दल १०० की जगह १,१०० जरूरतमंद बच्चों का पेट भरेगा। शाम को ५.३० बजते ही ये बच्चे हाथों में प्लेट लिए कतार लगाकर खाना लेने के लिए खड़े हो जाते हैं। रोटी घर के द्वारा इन बच्चों को प्रतिदिन दाल, चावल और अचार दिया जाता है। इसी के साथ ही क
मीरा-भाइंदर शहर में बढ़ती ट्रैफिक समस्या से आम लोग काफी परेशान,पुराने खड़े वाहनों का नहीं होता टोचन

मीरा-भाइंदर शहर में बढ़ती ट्रैफिक समस्या से आम लोग काफी परेशान,पुराने खड़े वाहनों का नहीं होता टोचन

भाइंदर : मीरा-भाइंदर शहर में बढ़ती ट्रैफिक समस्या से आम लोग काफी परेशान हैं। एक तो शहर में बढ़ती वाहनों की संख्या ऊपर से यातायात पुलिस स्टाफ की कमी के साथ-साथ सड़क किनारे पार्क किए गए पुराने वाहनों का टोचन नहीं होना भी इसका मुख्य कारण है। ज्ञात हो कि मीरा-भाइंदर की आबादी आज दस लाख के ऊपर है। शहर की बढ़ती आबादी के कारण ट्रैफिक की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। इन समस्याओं का मुख्य कारण पुलिस बल की कमी, लोगों द्वारा पुरानी गाड़ियों को सड़क किनारे खड़ा कर छोड़ देना। पुराने वाहनों के व्यापारी द्वारा सरेआम सड़क किनारे वाहन खड़ा करना सहित सड़क किनारे महीनों से खड़े वाहन का टोचन न होना है। सभी होटलों के सामने गाड़ी पार्क होना इसके कारण हैं। टोचन विभाग द्वारा शहर के सिर्फ वैसी गाड़ियों का टोचन किया जाता है जिस गाड़ी पर फाइन लगाकर चालान काटा जा सके, जबकि वैसे खड़े वाहनों पर हाथ नहीं लगाते जो कई महीनों से खराब स्थि
बढ़ती ठंड से नारियल की बिक्री पर पड़नेवाली भारी मार

बढ़ती ठंड से नारियल की बिक्री पर पड़नेवाली भारी मार

मुंबई : ठंडी के दिनों का जहां मुंबईकरों को बेसब्री से इंतजार रहता है, वहीं गर्मियों में सबको नारियल का पानी पिलाकर ठंड और राहत पहुंचानेवाले नारियल विक्रेताओं के ठंडी में भी पसीने छूट रहे हैं। नारियल विक्रेताओं की इस पीड़ा का मुख्य कारण बढ़ती ठंड से नारियल की बिक्री पर पड़नेवाली भारी मार है। दिसंबर का महीना शुरू होते ही लोग नारियल पानी पीना कम कर देते हैं, जिसकी वजह से नारियल विक्रेताओं की बिक्री पर भारी असर देखने को मिल रहा है। कुछ नारियल विक्रेता जहां इस समय नारियल पानी के साथ अन्य फल बेचने को मजबूर हो रहे हैं, वहीं अन्य को अपने पॉकेट खर्च के साथ समझौता करना पड़ रहा है। ठंड के दिनों में लोगों को प्यास कम लगने के कारण लोग नारियल पानी कम पीते हैं। परेल के नारियल विक्रेता अनंत पाल ने बताया कि नवंबर तक जहां रोज ८०-९० नारियल बिकते हैं, वहीं हर साल दिसंबर आने तक यह आंकड़ा लुढ़ककर ५० तक पहुंच जाता है
मनपा की ४० किमी दूर से बिजली लाने और बिजली कटौती की समस्या से भी  मिलेगी निजात

मनपा की ४० किमी दूर से बिजली लाने और बिजली कटौती की समस्या से भी मिलेगी निजात

मुंबई : मुंबई को जलापूर्ति करनेवाले तालाबों में सौर ऊर्जा और पवन चक्की के प्रकल्प लगाकर जल्द ही मनपा महीने में लाखों रुपए बचाएगी। इससे न सिर्फ बिजली के लिए होनेवाला खर्च बचेगा बल्कि मनपा की ४० किमी दूर से बिजली लाने और बिजली कटौती की समस्या से भी निजात मिलेगी। बता दें कि पिसे पांजरापोल जलाशय में २५० किलोवॉट का प्लांट स्थापित करने के बाद अब वहां पर बिजली उत्पादन के लिए ५४५ किलोवाट ऊर्जा उत्पन्न करने का एक और प्लांट स्थापित किया जाएगा, जिससे मनपा द्वारा महीने भर में होनेवाला लाखों रुपए का खर्चा बचाया जाएगा। इसी के साथ मध्य वैतरणा झील के परिसर में भी मनपा द्वारा ग्रीन बिजली का अधिक उपयोग करने के लिए पवन चक्की और सौर ऊर्जा के प्रकल्प शुरू करने का निर्णय लिया गया है। मध्य वैतरणा झील में प्रतिदिन ८० से १०० किलोवॉट बिजली उत्पादन का कार्य होगा। जलापूर्ति विभाग के प्रमुख अभियंता अशोक कुमार तावड़िया