मुंबई के जेजे अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट घोटाले को यूं दिया गया था अंजाम
मुंबई, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के जेजे अस्पताल में हुए चर्चित किडनी ट्रांसप्लांट घोटाले के लिए जांच समिति ने अस्पताल में काम करने वाली ऑथराइजेशन समिति को जिम्मेदार ठहराया है। जांच रिपोर्ट के अनुसार, समिति अपना काम ठीक से नहीं करती थी, जिसका फायदा उठाकर तुषार सावरकर और सचिन साल्वे मरीजों से पैसे ऐंठ रहे थे। किडनी ट्रांसप्लांट की अनुमति के लिए पिछले महीने जब जमालुद्दीन का परिवार अस्पताल पहुंचा तो उनसे इसके लिए डेढ़ लाख रुपये की मांग की गई थी। इसकी शिकायत परिवार वालों ने ऐंटी करप्शन ब्यूरो से की थी। मामले की जांच के लिए डायरेक्ट्रेट ऑफ मेडिकल एजुकेशन ऐंड रिसर्च (डीएमईआर) द्वारा अस्पताल के तीन डॉक्टरों की एक समिति बनाकर जांच करने का आदेश दिया था।
बस इसी बात का आरोपियों ने उठाया फायदा
बुधवार को आई रिपोर्ट के अनुसार, अस्पताल में काम करने वाली समिति के सभी सदस्य अपने काम को लेकर गंभीर नह









