म्हाडा के घर होंगे कम बिल्डरों का बढ़ेगा दम
मुंबई: आने वाले दिनों में मुंबई में बिल्डरों की चांदी होनी तय है। डिवेलपमेंट प्लान के बचे हिस्से को मंजूरी देते हुए म्हाडा रीडिवेलपमेंट को आकर्षक बनाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। इनमें खुली जगह की जरूरत को कम करने के साथ ही हाउसिंग स्टॉक में म्हाडा का हिस्सा भी घटा दिया गया है। खुली जगह की जरूरत को भी म्हाडा रीडिवेलपमेंट में घटा दिया गया है। इसके अलावा, एसआरए और सेस की बिल्डिंगों में रीडिवेलपमेंट के लिए आवश्यक सहमति को भी 70 प्रतिशत से घटाकर 51 प्रतिशत कर दिया गया है। इन बदलावों से बिल्डरों का दम बढ़ेगा।
पहले से हाउसिंग स्टॉक की कमी झेल रही म्हाडा का संकट बरकरार रहेगा। पुरानी कॉलोनियों के रीडिवेलपमेंट से मिलने वाले हाउसिंग स्टॉक में सरकार ने हाउसिंग सोसायटी का भी हिस्सा तय कर दिया है। इससे म्हाडा के कोटे में आने वाले घरों की संख्या कम हो जाएगी। आश्चर्यजनक तौर पर पैसे न चुकाने के एवज में









