शिवसेना ने बताया, क्यों छोड़ा बीजेपी का साथ
मुंबई
शिवसेना ने महाराष्ट्र में लोकसभा और विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने के पीछे बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है। शिवसेना का कहना है कि बीजेपी सहयोगी दलों को महत्व नहीं दे रही है। अब पार्टी ने अपनी भविष्य की रणनीति तय कर ली है।आपको बता दें कि मंगलवार को शिवसेना ने यह ऐलान किया था कि वह अकेले चुनाव लड़ेगी। शिवसेना ने छत्रपति शिवाजी का उदाहरण देते हुए कहा कि मराठा राजा उस वक्त स्वराज के अपने सपने को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़े जब लोग उनसे सवाल कर रहे थे कि मुगल शासकों के खिलाफ लड़ने के लिए संसाधन कहां से जुटाएंगे? बीजेपी सहयोगी दलों को कर रही है दरकिनार
शिवसेना ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वह आगामी आम चुनावों में 380 से ज्यादा सीटें जीतने के लक्ष्य को लेकर सहयोगी दलों को दरकिनार कर रही है। पार्टी ने अपने मुखपत्र 'सामना' में लिखा है, 'शिवसेना का लक्ष्य सामाजिक उत्थान है, वह राजनीतिक जीत-हार