पहली डी-ऑर्बिटिंग प्रक्रिया हुई पूरी
चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर के सफलतापूर्वक ऑर्बिटर से अलग होने के एक दिन बाद मंगलवार को चंद्रयान-2 की पहली डी-ऑर्बिटिंग की प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी हुई। पहली डी-ऑर्बिटिंग की प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी करने के बाद चंद्रयान-2 ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव तक पहुंचने की यात्रा में एक और बाधा पार कर ली है और इसी के साथ यह अपने लक्ष्य के और करीब पहुंच गया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बताया कि योजनानुसार मंगलवार सुबह आठ बजकर 50 मिनट पर चंद्रयान-2 की पहली डी-ऑर्बिटिंग की प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी हो गई।
इस प्रक्रिया में चार सेंकड का समय लगा और वर्तमान में चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर चंद्रमा की कक्षा में परिक्रमा करता रहेगा। चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर और लैंडर दोनों सही तरह से और सही दिशा में कार्य कर रहे हैं। चंद्रयान-2 की डी-ऑर्बिटिंग की अगली प्रक्रिया कल सुबह साढ़े तीन और साढ़े चार बजे के ब