
जोगेश्वरी के ट्रॉमा सेंटर अस्पताल में आंख गंवाने के कई मामलों में हुई लापरवाही पर बीएमसी कमिश्नर ने बहुत सख्त रुख अपनाया
मुंबई : मुंबई में जोगेश्वरी के ट्रॉमा सेंटर अस्पताल में आंख गंवाने के कई मामलों में हुई लापरवाही पर बीएमसी कमिश्नर ने बहुत सख्त रुख अपनाया है। इस बारे में मंजूर रिपोर्ट में प्रभावितों को मुआवजा देने की जिम्मेदारी दोषियों की होगी। उन्हीं की आपराधिक जिम्मेदारी भी होगी। बता दें कि अक्सर हर्जाने की राशि प्रशासन ही अदा करता है। नेता प्रतिपक्ष रवि राजा ने प्रभावित परिवारों को 20 लाख रुपये देने की मांग रखी है। जुर्माने की राशि के बारे एक अधिकारी ने कहा, 'इसका अंतिम फैसला अदालत करती है। प्रभावित परिवारों को अपनी मांग वहां रखनी होती है।' लापरवाही को देखते हुए कमिश्नर अजय मेहता ने ट्रॉमा सेंटर की तीन नर्सों को तत्काल रूप से निलंबित करने का आदेश दिया है। वहीं, अस्पताल में सर्जरी करने वाले डॉ. अरुण चौधरी की अस्पताल से छुट्टी करने के साथ ही उनके बीएमसी और सरकार के किसी भी अस्पताल में प्रैक्टिस करने से