कातिल बाबा के गुनाहों का हिसाब, अब जेल से बाहर आना नामुमकिन
मुंबई: दस-दस साल जमा बीस साल पहले ही कैद हो चुकी थी. पर अब तो साल की गिनती का भी कोई मतलब नहीं रह गया. क्योंकि यहां तो बाबा की पूरी उम्र ही कैद कर दी गई है. यानी अब जब तक ज़िंदगी है सलाखों के पीछे ही है. गुरमीत राम रहीम और उसके तीन गुर्गों को पत्रकार रामचंद्र प्रजापति के कत्ल के इलज़ाम में पंचकुला की सीबीआई कोर्ट ने उम्र कैद की सज़ा सुना दी है. खास बात ये है कि राम रहीम को इस सज़ा की खबर भी उसी जेल में दी गई जिस जेल में वो 2017 से कैदी नंबर 1997 के नाम से पहली किश्त के तहत मिली बीस साल कैद की सज़ा काट रहा है.
ज़िंदगीभर जेल में रहेंगे बाबा
2009 में बाबा राम रहीम कैसे थे. 2019 में कैसे कैसे हो गए. और 2029 में तो ना जाने कैसे होंगे. क्योंकि अब ये तय हो गया है कि पहले से साध्वियों के बलात्कार के जुर्म में 2017 से 20 साल की जेल काट रहे बाबा अभी लंबे वक्त यहीं रहेंगे. क्योंकि रामचंद्र छत्र