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मुंबई उपनगर में बैनरबाज़ों का आतंक: सड़कें बनीं बैनरबाजों की जागीर

मुंबई उपनगर में बैनरबाज़ों का आतंक: सड़कें बनीं बैनरबाजों की जागीर

मालाड, कांदिवली, गोरेगांव और बोरीवली बने बैनरबाज़ों के अड्डे सिग्नल पर लटकते बैनर, जनता हुई परेशान मनपा को करोड़ों का चूना, मनपा अधिकारी गहरी नींद में ?? पी/उत्तर, पी/पूर्व और आर/साउथ विभाग के अधिकारी आखिर क्यों बैनरों के सामने है बेबस ?? मलाड पूर्व के शिवाजीनगर, भीमनगर, गांधीनगर, आनन्दनगर रोड- रोड कम, बैनर ज़्यादा; जनता परेशान  मुंबई में त्योहारों का मौसम शुरू होते ही एक नई समस्या सिर चढ़कर बोलने लगती है – बैनरबाज़ों का आतंक। बैनरबाज वे लोग होते है जो समाज के लिए कुछ करते तो है नहीं परंतु स्वयंघोषित समाजसेवक और नेता बन जाते है। यही बैनरबाज हर दूसरे दिन अपने बॉस या भाई के जन्मदिन के नाम पर बैनर छपवाकर सड़क पर टांग देते हैं और इतने बड़े-बड़े पोस्टर जिन पर लिखा होता है “भाई का बर्थडे” या “बॉस का बर्थडे” अब मुंबई की सड़कों की नई पहचान बन गए हैं। आलम यह
बेरोजगारी से तंग आकर 4 युवकों ने ट्रेन के आगे लगाई छलांग, 3 की मौत

बेरोजगारी से तंग आकर 4 युवकों ने ट्रेन के आगे लगाई छलांग, 3 की मौत

राजस्थान में बेरोजगारी का भयावह चेहरा सामने आया है, जहां नौकरी नहीं मिलने से हताश 4 युवक जान देने के लिए ट्रेन के आगे कूद गए. इनमें से 3 की जान चली गई. चश्मदीदों के मुताबिक आत्महत्या करने जा रहे युवकों ने कहा कि नौकरी लगेगी नहीं, तो फिर जीवित रह कर क्या करेंगे? सूबे के अलवर शहर में बुधवार को 6 दोस्तों ने नौकरी नहीं मिलने से परेशान होकर जान देने की प्लानिंग बनाई. इसके बाद चार लोग शहर के एफसीआई गोदाम के पास ट्रेन के आगे कूद गए. इनमें से 3 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया. बाकी दो दोस्तों ने अंतिम समय में आत्महत्या के लिए ट्रेन के आगे कूदने का फैसला बदल दिया, जिसके चलते उनकी जान बच गई. इन्होंने बताया कि आत्महत्या से पहले सभी का कहना था कि नौकरी तो लगेगी नहीं, जिसके चलते जिंदगी गुजारना मुश्किल है. ऐसे में जीवित रह कर क्या करेंगे? पुलिस इन दोनों से अभी पूछता
2 साल की बेटी का जन्मदिन मनाने घर लौट रहे पिता की सड़क हादसे में मौत

2 साल की बेटी का जन्मदिन मनाने घर लौट रहे पिता की सड़क हादसे में मौत

मुंबई, महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में बुधवार को एक सड़क हादसे के दौरान ट्रैफिक पुलिस के 30 वर्षीय कॉन्स्टेबल की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक हादसा बुधवार को नवीं मुंबई स्थित तलोजा एमआईडीसी इलाके के पास हुआ। बताया जा रहा है कि घटना में मृत पुलिस कॉन्स्टेबल अतुल घागरे अपनी बेटी का दूसरा जन्मदिन मनाने के लिए अपने घर जाने वाले थे, लेकिन इससे पहले ही ड्यूटी से लौटते समय हादसे में उनकी मौत हो गई। तलोजा ट्रैफिक यूनिट के अधिकारियों के मुताबिक अतुल घाघरे को मंगलवार-बुधवार की नाइट ड्यूटी के लिए तैनात किया गया था। इसी दौरान उन्हें ट्रैफिक कंट्रोल रूम द्वारा तलोजा पुलिस चौकी से 2 किमी दूर सड़क पर जाम लगे होने की जानकारी मिली। इस सूचना के बाद अतुल ने मौके पर पहुंचकर करीब दो घंटे की मेहनत के बाद ट्रैफिक व्यवस्था को सामान्य कराया और फिर ड्यूटी से वापस लौटने लगे। इसी दौरान सुबह करीब 4.45 बजे खोनी गांव के