मुबंई, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) की हिरासत में अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गे यासीन मंसूर मुहम्मद फारूख उर्फ फारूख टकला ने 1993 के मुंबई धमाकों को लेकर कुछ अहम सुराग दिए हैं। जांच एजेंसी ने टाडा कोर्ट केजज जीए सनप के समक्ष यह दावा करते हुए तथ्यों की पुष्टि के लिए टकला की कस्टडी और बढ़ाने की मांग की। इस पर अदालत ने दाऊद के दाहिने हाथ माने जाने वाले टकला की सीबीआइ हिरासत 28 मार्च तक बढ़ा दी।
मुंबई धमाकों के आरोपी टकला की हिरासत अवधि सोमवार को समाप्त हो रही थी। इसलिए उसे टाडा कोर्ट में पेश किया गया था। सीबीआइ के वकील दीपक साल्वी ने टाडा जज सनप को बताया कि टकला से मुंबई धमाकों में उसकी और फरार चल रहे अन्य आरोपियों की भूमिका के बारे में पूछताछ अभी अधूरी है। आरोप लगाया कि आरोपी पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा है। उसकी कस्टडी अवधि बढ़ाई जाए। बचाव पक्ष की वकील फरहाना शाह ने जांच एजेंसी के कथन का विरोध करते हुए कहा कि सब कुछ रिकार्ड पर है। जांच पूरी हो चुकी है। सीबी आइ के पास छानबीन करने के लिए कुछ भी नया नहीं है। प्रत्यर्पित कर भारत लाए जाने पर सीबीआइ ने आठ मार्च को उसे दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया। आरोपों का सामना करने के लिए टकला को मुंबई लाया गया। 12 मार्च, 1993 के धमाकों के बाद वह देश छोड़ कर भाग गया था। इन धमाकों में करीब 257 लोगों की जान गई थी और 713 लोग घायल हुए थे। टकला पर हथियार चलाने का प्रशिक्षण लेने दुबई के रास्ते पाकिस्तान गए आरोपियों के रहने, खाने व टिकट का इंतजाम करने के अलावा उन्हें आर्थिक मदद पहुंचाने का आरोप है।