भारत ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए चैंपियंस ट्रॉफी के अपने पहले मुकाबले में चिरप्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को शनिवार को एकतरफा अंदाज में 4-0 से करारी मात दी. भारत के लिए रमनदीप सिंह ने 25वें, दिलप्रीत सिंह ने 54वें, मंदीप सिंह ने 57वें और ललित उपाध्याय ने 59वें मिनट में गोल किए. कोच हरेंद्र सिह के मार्गदर्शन में भारत की यह पहली जीत है.
भारत को चौथे मिनट में गोल करने का मौका मिला लेकिन रमनदीप सिंह मौका चूक गए. इसके बाद 14वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला जिस पर हरमनप्रीत ने शॉट लगाया लेकिन पाकिस्तान के गोलकीपर इमरान बट ने अच्छा बचाव किया और भारत को बढ़त नहीं लेने दिया.
वर्ल्ड रैंकिंग में छठे नंबर की भारतीय टीम को इसके बाद 16 वें मिनट में भी पेनल्टी कॉर्नर मिला. लेकिन मनप्रीत सिंह यहां चूक गए और पाकिस्तान के खतरे को टाल दिया. 18वें मिनट में 17 साल के दिलप्रीत के शानदार पास पर रमनदीन गेंद को गोल में नहीं भेज सके और भारत ने गोल करने का एक और मौका खो दिया.
दूसरा क्वार्टर समाप्त होने से पांच मिनट पहले ही भारत को पहली सफलता मिली. मैच के 25 वें मिनट में सिमरनजीत ने गेंद को गोल की तरफ हिट किया और सामने खड़े रमनदीप ने इस बार यहां कोई गलती नहीं की तथा गेंद को गोल में डिफ्लेक्ट कर भारत को 1-0 से आगे कर दिया.
मुकाबले में हाफ टाइम तक 0-1 से पिछड़ने के बाद पाकिस्तान ने तीसरे क्वार्टर के शुरू में ही गोल कर बराबरी करने की कोशिश की. लेकिन भारत ने इस पर रेफरल मांगा और फैसला उसके पक्ष में गया तथा पाकिस्तान के गोल को खारिज कर दिया गया. पाकिस्तान ने तीसरे क्वार्टर में अपने जवाबी हमले और तेज कर दिए.
पाकिस्तान के एजाज अहमद ने एक जबर्दस्त शोट लगाया जिसे भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने रोक दिया. एजाज ने एक बार फिर गोल करने का प्रयास किया जिसे इस बार सुरेंदर कुमार ने विफल कर दिया. मैच के 43वें मिनट में पाकिस्तान को उसका पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला.
तीसरा क्वार्टर पूरी तरह पाकिस्तान के नाम रहा. लेकिन भारतीय रक्षापंक्ति की भी तारीफ करनी पड़ेगी, जिन्होंने पाकिस्तान के लगातार हमलों को विफल किया. चौथे क्वार्टर में मैच के 48वें मिनट में पाकिस्तान ने एक बार आक्रमण किया. उमर भुट्टा ने शानदार शॉट लगाया लेकिन दीवार के रूप में मौजूद भारती गोलकीपर श्रीजेश ने इस बार भी सफलतापूर्वक बचाव कर लिया और बराबरी हासिल करने से महरूम रखा.
मुकाबले के 54 वें मिनट में सुरेंदर कुमार ने सिमरनजीत को पास दिया जिन्होंने 17 साल के दिलप्रीत को पास दिया और दिलप्रीत ने शानदार मैदानी गोल कर भारत को 2-0 की बढ़त दिला दी. मुकाबले में 0-2 से पिछड़ने के बाद पाकिस्तान ने इमरान बट्ट को गोलकीपर से हटा दिया.
भारत ने इसका फायदा उठाते हुए मैच के 57वें मिनट में डी में खड़े मंदीप सिंह के गोल की बदौलत स्कोर 3-0 कर दिया. मैच समाप्त होने के एक मिनट पहले ही रमनदीप के मिडफील्ड के आसपास से पास दिया था. डी के सामने मौजूद ललित उपाध्याय ने 59 वें मिनट में गोल दाग कर भारत को 4-0 की एकतरफा जीत दिला दी. भारत को अब अपना अगला मुकाबला रविवार को ओलंपिक चैंपियन अर्जेंटीना से खेलना है.
चैंपियंस ट्रॉफी 1978 में शुरू हुई थी. भारत ने तब से इस टूर्नामेंट में 36 बार भाग लिया है, लेकिन एक बार भी जीतने में सफल नहीं हुआ. चैंपियंस ट्रॉफी में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2016 में रहा था, तब भारत खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया से पेनल्टी शूटआउट में हार गया था.
वहीं पाकिस्तान 3 बार (1978, 1980 और 1994) चैंपियंस ट्रॉफी जीत चुका है. हालांकि तीनों बार उसने घरेलू मैदान पर ही यह उपलब्धि अपने नाम की है.