वाशिंगटन: अगले हफ्ते भारत के साथ होने वाली बैठक से पहले एक बार फिर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आरोप लगाया कि नई दिल्ली अमेरिकी उत्पादों पर 100 फीसदी तक आयात शुल्क लगाते हैं. ट्रंप ने कहा कि हमारे सामने ऐसे देशों का उदाहरण है, जैसे कि भारत, जो 100 प्रतिशत तक शुल्क लगाते हैं. हम चाहते हैं कि शुल्क पूरी तरह से हटा दिया जाए.
ट्रंप अपने हाल के फैसले पर पूछे गए प्रश्न का उत्तर दे रहे थे. ट्रंप ने कुछ दिन पहले ही कई देशों से हो रहे आयात पर शुल्क लगाया है. ट्रंप ने अपने निर्णय का बचाव करते हुए कहा कि यह कदम इन देशों के कदमों का जवाब है. ट्रंप यह भी कहा कि यह व्यापार को बैलेंस करने की कोशिश है. उनका तर्क है कि अमेरिका और यूरोपियन यूनियन, चीन और भारत से ट्रेड में व्यापार संतुलन नहीं है.
बता दें कि अमेरिका और भारत पहली बार 2+2 स्तर की वार्ता करने जा रहे हैं जो अगले हफ्ते होनी है. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण अमेरिका में अपने समकक्षों के साथ वार्ता करेंगी.
ट्रंप ने कहा कि मैंने पहले भी जी-7 बैठक में कहा था कि हमें आपस में हर शुल्क और बाधा को समाप्त करना चाहिए. क्या सब इसके लिए तैयार हैं. तब किसी ने इसके लिए हां नहीं कहा था.
ट्रंप ने कहा कि कुछ देश हमारे साथ बातचीत कर रहे हैं, बिना शुल्क हटाए बात नहीं बनेगी. अगर वे नहीं मानेंगे हम आयात शुल्क लगाएंगे.
याद रखिए हम बैंक हैं, यहां से सब चुराना चाहते हैं, लूटना चाहते हैं लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा. पिछले साल चीन से हमें 500 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ. यूरोपियन यूनियन से हमें 151 मिलियन डॉलर का नुकसान हुआ. ईयू ने इतनी बाधाएँ पैदा की कि हमारे किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. उन्होंने कहा कि हमारे किसानों के उत्पाद बाहर भेजना मुश्किल हो गया है तो बाहर से कार आना भी मुश्किल होगा.