मुंबई
बड़ी-बड़ी इमारतों में तकनीकी खराबी के कारण निर्दोष लोग अपनी जान गंवाते हैं। ऐसा ही एक मामला बांद्रा की 18 मंजिला इमारत में सामने आया है जहां एक लिफ्ट के खाली शाफ्ट में 11वीं मंजिल से गिरने से एक सिक्यॉरिटी गार्ड की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि लिफ्ट में आई तकनीकी खराब के कारण केबिन पहुंचने से पहले ही दरवाजे खुल गए थे। गार्ड यह देख नहीं सका और 11 मंजिल नीचे जा गिरा। लोक निर्माण विभाग के लिफ्ट इंस्पेक्टर्स ने लिफ्ट का परीक्षण कर रिपोर्ट तैयार की है। रिपोर्ट और प्राथमिक जांच के आधार पर बांद्रा पुलिस यह तय करेगी कि आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा या नहीं। बताया गया है कि राधेश्याम हरिजन हिल रोड पर एवरेस्ट सोसायटी में लगभग 10 साल से काम कर रहे थे।
केबिन 17वीं मंजिल पर, 11वीं मंजिल पर खुले दरवाजे
मंगलवार सुबह करीब 8:45 बजे हरिजन 11वीं मंजिल पर थे। वह लिफ्ट का इंतजार कर रहे थे। बताया गया है कि केबिन 17वीं मंजिल पर था लेकिन 11वीं मंजिल पर दरवाजा खुल गया। हरिजन यह देख नहीं सके कि केबिन नहीं है और उन्होंने कदम आगे बढ़ा दिया। वह खाली शाफ्ट में 11 मंजिल नीचे जा गिरे और उनकी मौत हो गई। उनके साथियों को शक हुआ तो फायर ब्रिगेड को बुलाया गया। उन्हें भाभा अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
हो सकता है केस
बताया जाता है कि एवरेस्ट बिल्डिंग 15 साल पुरानी है। एक सीनियर पुलिस ऑफिसर ने बताया कि लिफ्ट के रखरखाव का काम आउटसोर्स किया गया है। पुलिस को बताया गया है कि इसका कॉन्ट्रैक्ट पिछले महीने खत्म हो गया था। ऑफिसर का कहना है कि अगर यह पता चला कि रखरखाव के दौरान एलिवेटर में खराबी की अनदेखी की गई तो केस रजिस्टर किया जा सकता है। हरिजन के रिश्तेदार कृपा शंकर ने घटना के बारे में स्पष्टता मांगी है