मुंबई: ब्रिटिश पुलिस ने पिछले पखवाड़े डी कंपनी के जिस जबीर मोती को गिरफ्तार किया था, उसके बारे में मुंबई पुलिस को पता चला है कि उसकी कमाई दाऊद इब्राहिम के भाई अनीस इब्राहिम से भी ज्यादा है।
एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि जबीर मोती ने दाऊद के निर्देश पर पूरी दुनिया में 3,000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का निवेश किया है। इस अधिकारी ने कहा, ‘दाऊद को पता है कि उसका भाई अनीस दुनिया की तमाम जांच एजेंसियों के रेडार पर है। इसीलिए अनीस की हर वैध-अवैध कमाई जांच के घेरे में जरूर आएगी। जबीर मोती के साथ ऐसा नहीं था। पिछले पखवाड़े गिरफ्तारी से पहले तक वह गुमनाम प्यादा था। इसीलिए दाऊद ने मोती के मार्फत मिडल ईस्ट, यूके, यूरोप, अफ्रीका और दक्षिण पूर्व एशिया में हजारों करोड़ की प्रॉपर्टी बनाई। मोती ने रियल इस्टेट में सबसे ज्यादा निवेश किया। दाऊद का धंधा गोल्ड स्मगलिंग का रहा है, लेकिन जावेद मोती ने दाऊद के निर्देश पर स्मगलिंग न करके गोल्ड में निवेश किया। उसने कपड़ों की भी काफी ट्रेडिंग की। जांच में पता चला है कि उसका दाऊद की पत्नी महजबीन, बेटी महरीन और दामाद जुनैद से काफी वित्तीय लेन-देन हुआ था।’
अनीस से ज्यादा दांव जबीर मोती पर, “3,000 करोड़ के निवेश किए उसके नाम पर डी कंपनी में नंबर दो: इस अधिकारी के अनुसार, जबीर मोती डी कंपनी में दाऊद के बाद सबसे ज्यादा ताकतवर था। अनीस का नंबर मोती के बाद आता था। पिछले साल इस तरह की खबरें गर्म रही थीं कि शकील अब दाऊद से अलग हो गया है। हालांकि इस अधिकारी का कहना है कि शकील अब भी दाऊद के तीन सबसे भरोसेमंद लोगों में है, लेकिन अनीस से उसका अलगाव है। शकील का काम उगाही के लिए बिल्डरों और अन्य व्यापारियों को धमकाने का है। अनीस क्रिकेट बेटिंग, स्मगलिंग और गुटखा कारोबार के जरिए गैंग के लिए कमाई करता है। शकील और अनीस का अवैध और दहशत का कारोबार सिर्फ भारत और दुबई तक ही सीमित रहा है, लेकिन जावेद मोती ने ऐसे देशों में भी कारोबार किया, जहां दुनिया की जांच एजेंसियों को सुराग ढूंढने में कई साल लग गए।
भारत में भी पड़ताल: अब मुंबई पुलिस यह छानबीन कर रही है कि दाऊद ने कहीं मोती के जरिए मुंबई और भारत के दूसरे शहरों में तो प्रॉपर्टी नहीं बनाई। लंदन पुलिस से इस बारे में जानकारी मांगी जा रही हैं।