मुंबई. ठाणे की जेल में बंद अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर को वीआईपी ट्रीटमेंट देने के आरोप में पांच पुलिसवालों पर कार्रवाई हुई है। ठाणे पुलिस कमिश्नर विवेक फन्सलकर ने एक सब इंस्पेक्टर और चार कांस्टेबल को सस्पेंड करते हुए उनके खिलाफ जांच बैठा दी है। एक दिन पहले हॉस्पिटल जाने के दौरान इकबाल कासकर का एक कार के अंदर बैठकर बिरयानी खाने का वीडियो सामने आया था। इकबाल को फिरौती के एक मामले में एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा ने गिरफ्तार किया था।
इन पुलिसकर्मियों को किया गया सस्पेंड: जिन पुलिसवालों को सस्पेंड किया गया हैं उनमें सब इंस्पेक्टर रोहिदास पवार, कांस्टेबल पुंडलिक काकाडे, विजय होलौर, कुमार पुजारी और सूरज मानवार शामिल हैं। ये पांचों ठाणे पुलिस के लोकल आर्म डिपार्टमेंट में तैनात हैं।
पुलिसवालों पर आरोप: यह घटना गुरुवार की है। जब कासकर को ठाणे सेंट्रल जेल से ठाणे सिविल अस्पताल ले जाया जा रहा था। उस दौरान इकबाल कासकर को एक कार में बिरयानी खाने के लिए दी गई। इसका वीडियो सामने आने के बाद पुलिस के आलाधिकारियों ने मामले का संज्ञान लिया और यह कार्रवाई हुई। जॉइंट पुलिस कमिश्नर मधुकर पाण्डेय ने कहा,”जांच में सामने आया कि पवार और उनकी टीम ने सही से काम नहीं किया है। इसलिए हमने उन्हें और उनकी टीम को सस्पेंड कर दिया है।” इन तीन मामलों में अरेस्ट है कासकर
पहला केस: 18 सितंबर 2017 को कासकर को ठाणे पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इकबाल को एक बिल्डर से जबरन उगाही और धमकी देने के आरोप में मुंबई में मौजूद उसकी बहन के घर से अरेस्ट किया गया था। इकबाल के अलावा 4 और लोगों की गिरफ्तारी हुई थी।
दूसरा केस: इकबाल पर दूसरा केस 24 सितंबर 2017 को मुंबई के दो ज्वैलर्स गौतम जैन और उनके पार्टनर निर्मल की शिकायत पर दर्ज हुआ था। दोनों ने कासकर पर मुमताज नाम के एक शख्स के जरिए पैसा मांगने और 8 लाख रुपए का गोल्ड लूटने का आरोप लगाया था।
तीसरा केस: इकबाल कासकर ने एक बिल्डर से 3 करोड़ देने के लिए दबाव बनाया था। बिल्डर ने साल 2015 में गोराई में 38 एकड़ जमीन खरीदी थी। डील के तहत उसने जमीन के मालिक को टोकन मनी के रूप में 2 करोड़ रुपए दिए और डॉक्युमेंट्स तैयार कराए। इसके कुछ दिनों बाद जमीन के मालिक ने इसकी दोगुनी कीमत मांगनी शुरू कर दी, जिसके बाद पीड़ित बिल्डर ने सिविल केस फाइल कर दिया।
जमीन के मालिक ने बिल्डर से छुटकारा पाने के लिए इकबाल कासकर से कॉन्टैक्ट किया। इसके बाद इकबाल ने बिल्डर को फोन कर उसे धमकाना शुरू किया। बिल्डर की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया।
पहले भी हो चुका है गिरफ्तार: इकबाल को 3 फरवरी 2015 को भी मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया था। तब उस पर मोहम्मद सलीम शेख नाम के रियल एस्टेट एजेंट ने तीन लाख रुपए मांगने और पिटाई करने का आरोप लगाया था। इकबाल को 2003 में दुबई से प्रत्यर्पण करके लाया गया था। आने के बाद उस पर केस चला, लेकिन सबूत की कमी की वजह से वह बरी हो गया था।