दिल्ली : पुलवामा हमले के बाद दिल्ली पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने दिल्ली से आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक सदस्य सज्जाद खान को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले से पहले ही सज्जाद भागकर दिल्ली आ गया था. लेकिन वो हमले के मास्टर माइंड मुदस्सिर के सम्पर्क में था.
जानकारी के मुताबिक सज्जाद खान जम्मू कश्मीर का ही रहने वाला है. उसे पुलवामा में सीआरपीएफ की बस पर हमले की साजिश की पूरी जानकारी थी. सज्जाद लगातार पुलावामा हमले के मास्टरमाइंड मुदस्सिर के संपर्क में था. जो हाल ही में एक एनकाउंटर के दौरान मारा गया.
सज्जाद खान के 2 भाई भी जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी थे. जिन्हें सेना ने एनकाउंटर में मार गिराया था. अब सज्जाद की गिरफ्तारी को काफी अहम माना जा रहा है. क्योंकि एजेंसियों को इनपुट मिले थे कि जैश दिल्ली में भी हमला कर सकता है. ऐसे में सज्जाद का पकड़े जाना पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी है.
सज्जाद ने पूछताछ में खुलासा किया है कि पुलवामा में सीआरपीएफ की बस पर हमले का मास्टरमांइड जैश आतंकी मुदस्सिर और पाकिस्तानी आतंकी यासिर एक एप के जरिए फर्जी नम्बरों से बातचीत करते थे.
जानकारी के अनुसार सज्जाद खान को मुदस्सिर ने दिल्ली में एक स्लीपर सेल स्थापित करने का काम सौंपा था. जैश-ए-मोहम्मद के 27 वर्षीय आतंकी सज्जाद खान का पुलावामा की रहने वाला है. गुरुवार की देर रात उसे लालकिला के पास लाजपत राय मार्केट से गिरफ्तार किया गया. वह एनआईए की एफआईआर संख्या आरसी-08/2019/एनआईए/दिल्ली/यू/एस121-ए/120बी और यूएपीए एक्ट में वांछित था.
गौरतलब है कि जांच एजेंसियों को पता चला था कि 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले की तैयारी एक महीने पहले से ही जारी थी, ISI ने जैश-ए-मोहम्मद, तालिबानी आतंकवादियों, हक्कानी नेटवर्क की साझा बैठक करवाई थी जिसमें पुलवामा हमले की साजिश रची गई थी.
खुफिया एजेंसियों का दावा है कि पुलवामा हमले से एक महीने पहले मसूद अजहर ने तालिबानी और हक्कानी नेटवर्क के आकाओं के साथ बैठक की थी. इसी हमले में तय हुआ था कि भारत में एक आत्मघाती हमला किया जाएगा.
इस बैठक को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने मैनेज करवाया था, बैठक बहावलपुर में हुई थी. बता दें कि बहावलपुर में ही जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का अड्डा है, जहां से वो अपनी आतंकी गतिविधियों को अंजाम देता है.