नवी मुंबई: चुनावी ड्यूटी पर उत्तर प्रदेश गए मनपा आयुक्त डॉ. रामास्वामी एन. लौटते ही वाशी सेक्टर-8 स्थित दुर्घटनाग्रस्त पादचारी पुल का दौरा किया। उन्होंने इस दुर्घटना की विभागीय जांच कराने की बात कही।
दौरे में मनपा आयुक्त के साथ अतिरिक्त मनपा आयुक्त रविंद्र पाटील, शहर अभियंता सुरेंद्र पाटील व अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। सेक्टर-8 स्थित मिनी सी-शोर और सागर विहार को जोड़ने वाले करीब 20 साल पुराने पादचारी पुल का एक हिस्सा 11 अप्रैल की देर शाम ढह गया था। दुर्घटना में 2 लोग घायल हो गए थे।
दर्ज होगी शिकायत: मनपा आयुक्त ने मनपा के इंजिनियरिंग विभाग को आदेश दिया कि मामले की जल्द जांच करें और सुरक्षात्मक कदम न उठाने वाले संबंधित ठेकेदार के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराएं। आयुक्त ने घायलों से अस्पताल में मुलाकात की। घायलों का इलाज मनपा की तरफ से करवाया जाएगा।
मरम्मत या पुनर्निर्माण: मनपा प्रशासन ने कहा कि इंजिनियरिंग विभाग की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही यह तय होगा कि पुल की मरम्मत की होगी या पुनर्निर्माण। इस पुल की मरम्मत करने के लिए पिछले महीने ही मनपा सदन में एक प्रस्ताव मंजूर किया गया था। 8 मार्च मरम्मत शुरू भी हो गई थी, लेकिन ठेकेदार ने पुल पर आवाजाही बंद नहीं की, न ही सूचना का बोर्ड लगाया।
नेरुल नोड के जोन-1 और जोन-2 को जोड़ने वाले पादचारी पुल भी जर्जर हैं। पुल करीब 22 साल पहले सिडको ने बनाए थे। उपनगरीय रेल लाइन के ऊपर से गुजरने वाले पुल के बारे में मनपा के इंजिनियरिंग विभाग का कहना है कि इसके पुनर्निर्माण के लिए रेलवे से मंजूरी मिल गई है। पुनर्निर्माण का प्रस्ताव बनाया जाएगा। मंजूरी मिलते ही काम शुरू होगा।
19 पुलों का होगा ऑडिट: मनपा शहर अभियंता सुरेंद्र पाटील ने अपने विभाग को शहर के 19 पुलों का स्ट्रक्चरल ऑडिट कराने का आदेश दिया है। सभी पुल 15 साल या उससे अधिक पुराने हैं। ऑडिट में कमजोर पाए जाने वाले पुलों की तत्काल मरम्मत कराने का भी आदेश मनपा के इंजिनियरिंग विभाग को दिया गया है। मनपा कहना है कि 3 साल के अंतराल पर पुलों का नियमित ऑडिट होता है।