मुंबई : दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के निधन पर शोक प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि उनके निधन से हमने कुशल सह्रदयी और परिपक्व राजनीतिक व्यक्तित्व को खो दिया था।मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि शीला दीक्षित ने लगातार तीन बार मुख्यमंत्री के रूप में कामकाज संभाला और दिल्ली का चेहरा-मोहरा बदलने के उनके परिश्रम की वजह से उन्हें जनता के मन में विशेष स्थान मिला। कुशल संगठन और प्रशासक के रूप में उनकी पहचान थी। महिलाओं की समस्याओं को लेकर उन्होंने विभिन्न स्तरों पर आवाज उठाई। विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र संघ में महिला संबंधी आयोग में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए उन्होंने महिलाओं की समस्याओं को विश्व के समक्ष प्रखरता से रखा। शरद पवार राष्ट्रवादी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनके निधन से एक वरिष्ठ नेता और समक्ष प्रशासक हमारे बीच नहीं रहा। पवार ने कहा कि शीला दीक्षित के निधन की खबर सुनकर बेहद दु:ख हुआ। देश की राजधानी में मुख्यमंत्री के रूप में किए गए कार्यों को हमेशा याद रखा जाएगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बाला साहेब थोरात ने कहा कि दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष, दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के निधन की वजह से कांग्रेस ने एक बेहद अनुभवी, निष्ठावान तथा सुसंस्कृत नेतृत्व खो दिया। वे पूरी जिंदगी कांग्रेस की विचारधारा से एकनिष्ठ रहीं। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने कहा कि शीला दीक्षित के निधन से एक दूरदर्शी नेतृत्व हमारे बीच नहीं रहा। अपने 15 साल के मुख्यमंत्री के कार्यकाल में उन्होंने दिल्ली की तस्वीर बदलकर रख दी। बड़े पैमाने पर आधारभूत सुविधा और नागरिक सुविधाओं को बनाकर उन्होंने संपूर्ण दिल्ली का कायापलट कर दिया।