उत्तर प्रदेश की मुजफ्फरनगर पुलिस ने नौ राज्यों में विभिन्न ब्रांड की नकली शराब सप्लाई करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने इस गिरोह के 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके छह साथी अभी फरार हैं। करीब एक करोड़ कीमत के नकली रेपर, होलोग्राम, ढक्कन के साथ ही देशी-अंग्रेजी शराब के विभिन्न ब्रांड के ढक्कन, बोतल के साथ ही तीन कारें व एक बाइक भी बरामद की गई है।
बताया गया कि देशभर में करीब 50 जिलों में यह गिरोह लाइसेंसी दुकानों पर नकली शराब सप्लाई कर रहा था। प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने पुलिस टीम को एक लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। पुलिस लाइन में बुधवार दोपहर प्रेसवार्ता में एसएसपी अभिषेक यादव ने बताया कि काफी समय से जिले में नकली शराब बनाने और उसे शराब की लाइसेंसी दुकानों पर बेचे जाने की सूचनाएं मिल रहीं थीं। जांच के बाद पुलिस ने शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला कृष्णापुरी निवासी अमित पुत्र इंद्रपाल को गिरफ्तार किया गया। वहीं उससे पूछताछ के बाद कई जगह दबिश देकर जितेंद्र उर्फ डॉक्टर, निवासी भौराकलां, हाल जाट कॉलोनी, अनूप उर्फ कल्लू अंकित विहार, दिनेश करनवाल बचनसिंह कॉलोनी, बबलू गांव बरवाला, शाहपुर, देवेंद्र उर्फ देबू, गांव तावली शाहपुर (सभी निवासी मुजफ्फरनगर) और विजयपाल मूल निवासी कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश व हाल निवासी रामलीला टिल्ला, हितेश कुमार, गांव मवींकला, थाना बालैनी, बागपत, नितिन उर्फ गुड्डू, निवासी अंगदपुर जौहरी, थाना बिनौली, बागपत,सोमेश कुमार, निवासी जैथरा फाटक, धामपुर, बिजनौर, सुरेश खटुआ निवासी मानसरोवर पार्क, नई दिल्ली, नरेश निवासी गांव रुहासा, थाना दौराला, मेरठ को भी गिरफ्तार किया। इसके अलावा चमनपाल उर्फ सागर निवासी अशोक नगर, शाहदरा और राकेश उर्फ कल्लू निवासी जनपद बागपत अभी फरार हैं। जितेंद्र उर्फ डॉक्टर करीब मुजफ्फरनगर जिले के 17 शराब के ठेकों में पार्टनर है। अमित के मकान की जांच में एक तहखाना मिला, जिसमें बड़े पैमाने पर नकली शराब बनाई जा रही थी। रैकेट में शामिल अन्य लोगों के साथ ही नकली शराब बेचने वाले ठेका संचालक व सेल्समैन भी चिह्नित किए जा रहे हैं।